Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Surya Grahan 2023: ग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना भुगतना पड़ेगा गंभीर परिणाम

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Thu, 12 Oct 2023 02:44 PM (IST)

    जगत के पालनहार भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। तुलसी मां की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है। हालांकि ग्रहण काल के समय में तुलसी दल नहीं तोड़ना चाहिए। शास्त्रों में ग्रहण के समय तुलसी दल तोड़ने की मनाही है। अतः भूलकर भी सूर्य या चंद्र ग्रहण के समय तुलसी के पत्ते न तोड़ें।

    Hero Image
    Surya Grahan 2023: ग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना भुगतना पड़ेगा गंभीर परिणाम

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली | Surya Grahan 2023: ज्योतिष पंचांग के अनुसार, सर्वपितृ अमावस्या तिथि पर साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है। वहीं, अक्टूबर के महीने में ही शरद पूर्णिमा तिथि पर वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण लगेगा। सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। अतः चंद्र ग्रहण के दिन सूतक मान्य होगा। सूतक काल ग्रहण से नौ घंटे पूर्व से शुरू होता है। ज्योतिषियों की मानें तो ग्रहण के समय राहु का प्रभाव बढ़ जाता है। इसके लिए ग्रहण के समय पर शुभ कार्य करने की मनाही होती है। अनदेखी करने से शारीरिक और मानसिक सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। अतः ग्रहण के समय भूलकर ये काम न करें।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें- सर्व पितृ अमावस्या पर लगेगा साल का आखिरी ग्रहण, 4 राशियों को रहना होगा बेहद सतर्क

    ग्रहण के दौरान भूलकर भी न करें ये गलतियां

    • जगत के पालनहार भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। तुलसी मां की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है। हालांकि, ग्रहण काल के समय में तुलसी दल नहीं तोड़ना चाहिए। शास्त्रों में ग्रहण के समय तुलसी दल तोड़ने की मनाही है। अतः भूलकर भी सूर्य या चंद्र ग्रहण के समय तुलसी के पत्ते न तोड़ें।
    • पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी निवास करते हैं। अतः ग्रहण के समय भूलकर भी पीपल के पत्ते न तोड़े। ऐसा करने से धन की देवी मां लक्ष्मी अप्रसन्न होती हैं।
    • ग्रहण के समय भूलकर भी देवी-देवताओं की प्रतिमा को स्पर्श न करें। इस समय में मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं। अतः ग्रहण के दौरान न मंदिर जाएं और न ही देवी-देवताओं की प्रतिमा को छुएं।
    • ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य या चंद्र ग्रहण के समय किसी का दिल न दुखाएं और न ही किसी से वाद विवाद करें। अगर आप किसी का दिल दुखाते हैं, तो पितृ अप्रसन्न होते हैं। इस वर्ष सर्वपितृ अमावस्या पर ग्रहण लग रहा है। अतः पितरों को प्रसन्न करने हेतु कार्य करें।
    • ग्रहण के दौरान भूलकर भी फल, फूल, पत्ते या लकड़ी न तोड़ें। ऐसा करने से दोष लगता है। साथ ही कुंडली में शुभ ग्रहों का प्रभाव कम होने लगता है। इस दिन भूलकर भी ऐसी जगहों पर न जाएं, जहां नकारात्मक शक्तियां प्रभावी रहती हैं।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।