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    Diwali 2023: दिवाली पूजन के बाद लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति का क्या करें? भूलकर भी न करें ये काम

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Fri, 10 Nov 2023 03:03 PM (IST)

    Diwali Puja 2023 प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह में आने वाली अमावस्या तिथि पर दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 12 नवंबर को मनाया जाएगा। ऐसे में दिवाली के पर्व में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। कई लोग इस संशय में रहते हैं कि दिवाली के बाद लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति का क्या करना चाहिए।

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    Diwali 2023: दिवाली पूजन के बाद लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति का क्या करें?

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Deepawali 2023: हिंदू धर्म में दीपावली का त्योहार बहुत-ही विशेष महत्व रखता है। इस दिन भगवान राम 14 वर्ष का वनवास पूरा कर अपनी जन्म नगरी अयोध्या वापिस लौटे थे। दीपावली के इस शुभ दिन पर लक्ष्मी-गणेश पूजा जरूर की जाती है। इस दिन लोग लक्ष्मी गणेश जी की नई मूर्तियां लाते हैं और उनकी पूजा-अर्चना करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लक्ष्मी पूजन के बाद इन मूर्तियों का क्या करना चाहिए।

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    यदि सोने, चांदी की है मूर्ति

    अगर आपकी लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति चांदी, सोने या पीतल की बनी हुई है ऐसे में दिवाली पूजन के बाद आप इस मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद आप इन्हें पुनः मंदिर में स्थापित कर सकते हैं या फिर तिजोरी में भी बैठा सकते हैं।

    लक्ष्मी-गणेश जी की मिट्टी की मूर्ति

    अगर लक्ष्मी-गणेश जी की मूर्ति मिट्टी की बनी हुई है, तो उसे लाल कपड़े में लपेटकर नदी में विसर्जित कर देना चाहिए। अगर ऐसा करना संभव नहीं हो तो आप घर पर ही किसी शुद्ध पात्र में जल भरकर उसमें भी मूर्तियों को गला सकते हैं।

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    भूलकर भी न करें ये काम

    कई लोग लक्ष्मी-गणेश पूजन के बाद मूर्तियों को पेड़ के नीचे रख देते हैं, लेकिन ऐसा करना बिल्कुल भी सही नहीं माना गया है। ऐसे में लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति को पेड़ के नीचे रखने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'