Cheti Chand Wishes 2023: दोस्तों और रिश्तेदारों को चेटी चंड पर ये संदेश भेजकर दें झूलेलाल जयंती की बधाई
2023 Ceti Cand 2023 Wishes In Hindi सिंधी समाज के लिए चेटीचंड पर्व का विशेष महत्व है। चेटीचंड का मतलब चैत्र का चांद से है। इस दिन से सिंधी नववर्ष की शुरूआत होती है। चैत्र माह से सनातन नववर्ष की भी शुरूआत होती है।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Cheti Chand 2023: आज चेटीचंड और झूलेलाल जयंती है। यह पर्व हर साल चैत्र माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाई जाती है। आज पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 4 मिनट तक है। इस दौरान साधक पूजा प्रार्थना कर सकते हैं। सिंधी समाज के लिए चेटीचंड पर्व का विशेष महत्व है। चेटीचंड का मतलब 'चैत्र का चांद' से है। इस दिन से सिंधी नववर्ष की शुरूआत होती है। चैत्र माह से सनातन नववर्ष की भी शुरूआत होती है। सिंधी समाज के लोग चेटीचंड और झूलेलाल जयंती हर्षोउल्लास के साथ मनाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि संत झूलेलाल स्वर्ग के देवता वरुण के अवतार हैं। इस मौके पर लोग एक दूसरे को संदेश भेजकर नए साल की हार्दिक बधाई देते हैं। आप भी इन संदेशों के जरिए अपने दोस्तों और प्रियजनों को झूलेलाल जयंती की बधाई दे सकते हैं-
1.
जेको रोज मुस्कुराए उह सिंधी आहे
जेको कौन घबराए उह सिंधी आहे
झुले लाला कंदो बेड़ा पार
आयो लाल चंओ झूले लाल
ता सभीन खे चेटीचंड जी वाधायू।
2.
झूलेलाल का आशीर्वाद मिले,
आपको सबका प्यार मिले,
आपको हर कार्य में सफलता मिले,
चेटी चंड पर आपके यह दुआ है.
3.
नए सिंधी वर्ष की शुरुआत के साथ,
आप हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहें,
आपको सभी कार्यों में सफलता मिले,
आपको सबसे सम्मान और प्यार मिले।
4.
झूलेलाल का आशीर्वाद मिले,
दोस्तों और प्रियजनों का प्यार मिले,
सफलता चूमे हर दम कदम आपके,
ऐसा हो चेटी चंड का पर्व आपके लिए।
5.
सूरज की तरह चमकती रहे आपकी
जिंदगी और सितारों की तरह झिलमिलाये
आपका आंगन इन ही दुआओं के
साथ आपको सिंधी नववर्ष की शुभकामनाएं!
6.
सब चिंता भूल जाओ सब गलतियां
भूल जाओ और इस नए साल में
एक नई शुरूआत करो
7.
झूलेलाल की महिमा आपके
जीवन में शांति, सद्भाव और
ढेर सारी मुस्कान लाए…।
8.
झूलेलाल का आशीर्वाद,
आपके परिवार और दोस्तों का प्यार,
आपके जीवन में सफलता आए।
ऐसी प्रार्थना करते हैं बार-बार।।
9.
जो कर्म के सिद्धांत को,
समझकर उचित कर्म करता है,
वह कर्म के बंधन से,
हमेशा के लिए मुक्त हो जाता है।
10.
चेटी चंड जूं लख-लख वाधायूं।