Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Chaturthi Vrat 2024 May: मई में कब कौन-सी चतुर्थी है? यहां जानें डेट और पूजा टाइम

    Updated: Mon, 29 Apr 2024 11:36 AM (IST)

    चतुर्थी तिथि का अधिक महत्व है। हर महीने में 2 बार चतुर्थी का व्रत किया जाता है। एक कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में। धार्मिक मान्यता के अनुसार चतुर्थी के दिन भगवान गणेश (Lord Ganesha) की पूजा और व्रत करने से इंसान को सभी प्रकार के दुख और संकट से छुटकारा मिलता है। साथ ही आय और सौभाग्य में अपार वृद्धि होती है।

    Hero Image
    Chaturthi Vrat 2024 May: मई में कब कौन-सी चतुर्थी है? यहां जानें डेट और पूजा टाइम

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chaturthi Vrat 2024 May: हिंदू धर्म में गणपति बप्पा को प्रथम पूज्य देव के रूप में जाना जाता है। क्योंकि किसी भी मांगलिक या शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान गणेश जी को चतुर्थी तिथि समर्पित है। हर माह में चतुर्थी महीने में दो बार आती है। एक कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में। अब मई का महीना शुरू होने वाला है, तो ऐसे में आइए जानते हैं कि मई माह में कब कौन-सी चतुर्थी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें: Vaishakh Purnima 2024: मई महीने में इस दिन करें श्री सत्यनारायण पूजा, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम

    विनायक चतुर्थी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त

    दैनिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 11 मई को सुबह 02 बजकर 50 मिनट से शुरू होगी और इसके अगले दिन 12 मई को सुबह 02 बजकर 03 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में विनायक चतुर्थी व्रत 11 मई को किया जाएगा।

    एकदंत संकष्टी चतुर्थी 2024 डेट और और शुभ मुहूर्त

    ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 26 मई को सुबह 06 बजकर 06 मिनट पर होगी और इसका समापन अगले दिन यानी 27 मई को सुबह 04 बजकर 53 मिनट पर होगा। ऐसे में एकदंत संकष्टी चतुर्थी का पर्व 26 मई को मनाया जाएगा।

    पूजा के दौरान इन मंत्रों का करें जाप

    गणेश गायत्री मंत्र

    ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

    ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

    ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

    शुभ लाभ गणेश मंत्र

    ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।

    यह भी पढ़ें: Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी के दिन घर पर करें इस विधि से तुलसी पूजा, सभी दुखों से मिलेगा छुटकारा

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'