Chandra Grahan 2020 Sutak Time: जानें क्या होता है सूतक काल, चंद्र ग्रहण में कब से होता है प्रारंभ
Chandra Grahan 2020 Sutak Time ग्रहण के कुछ घंटे पूर्व से ही सूतक काल प्रारंभ हो जाता है। आइए जानते हैं कि ग्रहण के समय सूतक काल क्या है?
Chandra Grahan 2020 Sutak Time: आज पौष मास की पूर्णिमा है। आज रात लगने वाला चंद्र ग्रहण माद्य श्रेणी का होगा। यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। इसम चंद्र ग्रहण में चांद का कोई भी भाग छिपता नहीं है। वह मटमैले या हल्के गुलाबी रंगत का दिखाई दे सकता है। ग्रहण लगने से कुछ समय पहले से ही सूतक काल शुरू होता है। सूतक काल क्या है, आइए जानते हैं?
सूतक (Sutak)
सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण से पहले के कुछ अशुभ समय को सूतक के रूप में जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूतक के दौरान पृथ्वी का वातावरण दूषित होता है और उसके हानिकारक दुष्प्रभाव से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी होती है।
सूतक काल (Sutak Time)
सूर्य ग्रहण में सूतक काल ग्रहण के प्रारंभ से 12 घंटे पूर्व ही लग जाता है, ठीक वैसे ही चंद्र ग्रहण में सूतक काल ग्रहण प्रारंभ से 9 घंटे पूर्व लगता है। ऐसे में चंद्र ग्रहण का प्रारंभ रात में 10 बजकर 39 मिनट पर हो रहा है तो सूतक काल 9 घंटे पूर्व यानी दोपहर 01 बजकर 39 मिनट से लगना चाहिए। चंद्र ग्रहण के मोक्ष होने तक सूतक काल होता है।
आपको बता दें कि इस बार माद्य चंद्र ग्रहण है, इस चंद्र ग्रहण की कोई धार्मिक मान्यता नहीं होती है। ऐसे में सूतक नहीं लगेगा और न ही सूतक काल होगा। ज्योतिषाचार्यों का मत है कि माद्य चंद्र ग्रहण में सूतक नहीं लगेगा और न ही मंदिरों के कपाट बंद होंगे।
ग्रहण मोक्ष (Grahan Moksha)
यह ग्रहण का वह समय होता है, जब ग्रहण काल खत्म होता है और सूर्य या चंद्रमा ग्रहण से मुक्त हो जाते हैं। इसे ही ग्रहण का मोक्ष कहा जाता है। इस बार चंद्र ग्रहण का मोक्ष 11 जनवरी दिन शनिवार तड़के 02 बजकर 40 मिनट पर होगा। ग्रहण का समय 04 घंटे 01 मिनट की अवधि तक है।