Chanakya Niti: चाणक्य से जानें कितना होना चाहिए पति-पत्नी की उम्र में अंतर, ताकि न हो कोई परेशानी
आचार्य चाणक्य भारतीय इतिहास के सबसे विद्वान व्यक्तियों में एक विशेष स्थान रखते हैं। उनके द्वारा लिखा गया नीति शास्त्र काफी लोकप्रिय है और आज भी लोग उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं पर अमल करते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि आचार्य चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी की उम्र में कितना अंतर होना चाहिए ताकि उनका वैवाहिक जीवन खुशहाल रहे।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। विवाह से पहले लड़का-लड़की की कुंडली मिलाई जाती हैं। साथ ही और भी कई बातों का ध्यान रखा जाता है ताकि उनका वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहे। कई बार यह स्थिति देखने को मिलती है कि बड़ी उम्र के लड़के ने अपने से बहुत कम उम्र की लड़की से शादी कर ली। वहीं, इसकी विपरीत स्थिति भी देखने को मिल जाती है। तो चलिए जानते हैं कि आचार्य चाणक्य इस विषय में क्या कहते हैं।
क्या कहते हैं चाणक्य
विवाह के लिए लड़का-लड़की की उम्र को लेकर चाणक्य कहते हैं कि कभी भी पति-पत्नी की उम्र के बीच बहुत ज्यादा अंतर नहीं होना चाहिए। ऐसा होने पर दोनों के बीच वैचारिक मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं, जो रिश्तो में दरार का कारण भी बन सकती है। साथ ही चाणक्य कहते हैं कि पत्नी-पत्नी की उम्र के बीच जितना कम अंतर होगा, वह एक-दूसरे को उतना ही समझेंगे।
कितना होना चाहिए अंतर
चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में कहा है कि पति-पत्नी के बीच कम-से-कम 3 से 5 साल का अंतर होना चाहिए। क्योंकि पति-पत्नी की उम्र के बीच जितना कम अंतर होगा, वह एक-दूसरे को उतना बेहतर समझेंगे, जिससे उनके रिश्ते में मजबूत आएगी। साथ ही वैज्ञानिक दृष्टि से भी पति-पत्नी के बीच कम अंतर होना अच्छा माना जाता है। इससे उनकी सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है।
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इन बातों का भी रखें ध्यान
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि उम्र के साथ-साथ विवाह से पहले पति-पत्नी को एक-दूसरे की स्वास्थ्य संबंधी सारी जानकारी भी ले लेनी चाहिए। पार्टनर को यह स्पष्ट होना चाहिए कि उसके साथी को कोई शारीरिक या मानसिक समस्या तो नहीं है, जिससे भविष्य में दोनों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
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