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    Chanakya Niti tips: जीवन में अपनाएं आचार्य चाणक्य की ये बातें, सफलता चूमेगी कदम

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Sat, 22 Jul 2023 07:30 AM (IST)

    Chanakya Niti tips चाणक्य नीति में वे बातें बताई गई हैं जो जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी हैं। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में ऐसी कई बातों का वर्णन किया ह ...और पढ़ें

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    Chanakya Niti tips सफलता के लिए चाणक्य की नीति।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Chanakya Niti tips: आचार्य चाणक्य को अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र का जनक माना जाता है। उन्होंने जीवन जीने के भी कई पहलुओं के बारे में बताया है। उन्होंने अपने नीति ग्रंथ यानी चाणक्य नीति में मनुष्य के जीवन को सरल और सफल बनाने से जुड़ी कई बातों का उल्लेख किया है।

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    मजबूत इरादा है जरूरी

    आचार्य चाणक्य अपनी नीति में कहते हैं कि व्यक्ति में किसी भी काम को करने का एक दृढ़ निश्चय होना जरूरी है। ऐसे व्यक्ति को जीवन में कोई भी चिंता नहीं सता सकती, क्योंकि इनका ध्यान केवल अपने लक्ष्य पर होता है।

    धैर्य है व्यक्ति का विशेष गुण

    आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति का धैर्य उसका एक विशेष गुण होता है। लेकिन धैर्य रखना कोई आसान काम नहीं है। धैर्यवान व्यक्ति का उद्देश्य भी अपने लक्ष्य तक पहुंचना होता है। व्यक्ति का ये गुण उसे सफलता तक पहुंचाता है। इसलिए व्यक्ति को कठिन-से-कठिन परिस्थिति में भी धैर्य रखना चाहिए।

    असफलता से न घबराएं

    कई लोग असफलता से घबराकर कोशिश करना ही छोड़ देते हैं। इस विषय में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जब कोई व्यक्ति किसी कार्य को शुरू कर देता  है तो उसे असफलता से नहीं घबराना नहीं चाहिए और न ही उस कार्य को कभी बीच में छोड़ना चाहिए। हमेशा ईमानदारी से अपने कार्य करते रहने वाले व्यक्ति की जीत जरूर होती है।

    न गवाएं अवसर

    चाणक्य नीति के अनुसार, जब भी व्‍यक्ति को अवसर मिले तो उसे अपनी प्रतिभा दिखाने से नहीं चूकना चाहिए। जो लोग अवसर आने पर आलस्य करते हैं, ऐसे लोग पूरी जिंदगी सिर्फ अफसोस ही करते हैं। व्‍यक्ति को किसी भी अवसर के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। जो व्यक्ति इन बातों को ध्यान में रखता है वह जीवन में कामयाबी हासिल करता है।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

    अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

    आचार्य चाणक्य को अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र का जनक माना जाता है।