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    Chanakya Niti: ऐसे लोगों से दुरी बनाने से ही आप बना सकते हैं अपने भविष्य को उज्जवल

    Chanakya Niti आचार्य चाणक्य को विश्व के सबसे ज्ञानी महापुरुषों में गिना जाता है। इसलिए व्यक्ति को जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए चाणक्य नीति का अनुसरण एक बार जरूर करना चाहिए। साथ ही आचार्य चाणक्य की नीतियों से जरूर कुछ न कुछ सीखना चाहिए।

    By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Sun, 11 Sep 2022 11:19 PM (IST)
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    Chanakya Niti: चाणक्य नीति को समझने व्यक्ति अपने जीवन में सफल बन सकता है।

    नई दिल्ली, Chanakya Niti: जीवन में छोटी बातों से भी सीख लेना एक गुणी व्यक्ति की पहचान होती है। यही बात आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों द्वारा बताया है। आचार्य चाणक्य ना केवल राजनीति, कूटनीति और युद्ध नीति में पारंगत थे। बल्कि जीवन की विभिन्न नीतियों में भी उनको उत्कृष्ट ज्ञान था। उन्होंने चाणक्य नीति के माध्यम से अनगिनत लोगों का मार्गदर्शन किया है। वर्तमान समय में भी आचार्य चाणक्य को विश्व के श्रेष्ठतम विद्वानों में गिना जाता है।

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    आचार्य चाणक्य ने बताया था कि एक व्यक्ति को सफल बनने के लिए किस तरह से व्यवहार करना चाहिए, कैसे लोगों से मेल-जोल व दूरी बनानी चाहिए और किस तरह से कूटनीति का इस्तेमाल करना चाहिए। चाणक्य नीति के इस भाग में आइए जानते हैं कि किन लोगों से दूरी बनाना है एक अच्छा विकल्प है।

    ऐसे व्यक्ति दूर रहना ही समझदारी का काम

    न विना परवादेन रमते दुर्जनोजन: ।

    काक:सर्वरसान भुक्ते विनामध्यम न तृप्यति ।।

    चाणक्य नीति के अनुसार दुष्ट व्यक्ति को लोगों की निंदा किए बिना आनंद की अनुभूति नहीं होती है। जिस तरह कौआ सब रसों का भोग करते हुए भी गंदगी के बिना उसे तृप्ति नहीं मिलती है वैसे ही दुष्ट व्यक्ति को किसी के विषय में हित सोचने में आनंद नहीं आता है। इसलिए आचार्य चाणक्य बता रहे हैं कि ऐसे व्यक्ति से दूरी बनाना ही समझदारी का कार्य होता है। क्योंकि यह न केवल आपको अपनी संगति में रखकर अपने जैसा दुष्ट बना सकते हैं बल्कि समाज में भी आपका नाम इससे नीचा हो जाता है।

    ऐसे व्यक्तियों से संभलकर रहें

    दुर्जन:स्वस्वभावेन परकार्ये विनश्यति ।

    नोदर तृप्तिमायाती मूषक:वस्त्रभक्षक: ।।

    इस श्लोक के माध्यम से आचार्य चाणक्य बता रहे हैं कि दुष्ट व्यक्ति का केवल स्वभाव दूसरों का कार्य बिगड़ना ही होता है। जिस तरह कपड़े काटने वाला चूहा कभी भी पेट भरने के लिए कपड़े नहीं काटता है वैसे ही दुष्ट व्यक्ति भी परिणाम न सोचते हुए दूसरों का काम बिगड़ देता है। इसलिए ऐसे व्यक्ति से दूरी बनाना ही बुद्धिमानी है। इस शिक्षा का ध्यान में रखकर आप अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं।

    डिसक्लेमर

    इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।