चुनौतियां लाती हैं जीवन में सौंदर्य, देती हैं कठिन समय में मुस्कुराने की शक्ति
सभी प्रयास विफल हो जाने के बाद समस्या को ईश्वर के ऊपर छोड़ दें। अक्सर हम इसे निराशा में छोड़ देते हैं अब इसे विश्वास में छोडऩे का प्रयास करें। विश्वास और समर्पण सहज मुक्ति और शांति की गहरी भावना लाता है

श्री श्री रविशंकर। अधिकांश लोग एक समस्या मुक्त जीवन की कामना करते हैं। हालांकि, ऐसा जीवन, यदि कभी संभव होता, तो नीरस और उबाऊ होता। मनुष्य के रूप में हम सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के अनुभवों से आकार पाते हैं। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियां लोगों को अपनी सीमाओं का विस्तार करने और मानवीय अनुभव में अधिक समृद्धि और सुंदरता लाने के लिए प्रेरित करती हैं। इसलिए जीवन के लिए समस्या होना बेहतर है! कोई भी स्थिति समस्या तब बनती है, जब हम उसके वास्तविक और आदर्श रूप के मध्य की खाई को देखने लगते हैं। वस्तुत: हर चीज जो एक समस्या की तरह दिखती है, वह समस्या नहीं होती। यह आप पर निर्भर करता है कि जिसे आप समस्या कह रहे हैं, उसमें आप उलझ जाएं या उसे जीवन में सीखने और बढऩे के अवसर के रूप में लें। सीखना और बढऩा ही उचित है।
जब भी कोई समस्या उत्पन्न होती है, तो मन की सामान्य प्रवृत्ति होती है कि या तो इसे नकार दे अथवा उसमें पूरी तरह डूब जाए। कोई समस्या न तो नकारने से मिटती है और न ही उस पर निरंतर विचार करते रहने से उसका समाधान होता है। उत्पन्न हुई समस्या के प्रभावी समाधान के लिए पहला कदम उस समस्या को स्वीकार कर लेना है। समस्या को स्वीकार कर लेना समाधान पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाता है। स्वीकार करने से शांति से प्रतिक्रिया करने की क्षमता आती है। इसके विपरीत उसे स्वीकार न करने पर मन में उत्तेजना पैदा होती है और व्यक्ति गलत कार्यों को करने के लिए प्रेरित होता है। इससे समस्या और बढ़ जाती है।
अक्सर, लोग समस्या के संबंध में 'क्या' और 'क्यों' का पता लगाने के प्रयास में बहुत समय बर्बाद करते हैं। अत्यधिक छानबीन की यह आदत न केवल ऊर्जा की खपत करती है, बल्कि समस्या वास्तव में जितनी है, उससे बड़ी दिखाती है। लोग समस्या को जस का तस देखने के स्थान पर उसके अतिशयोक्तिपूर्ण रूप से अभिभूत हो जाते हैं। समुचित तरीका यह है कि 'क्या' और 'क्यों' पर कम समय और ऊर्जा खर्च की जाए और समस्या को हल करने के लिए 'कैसे' पर ध्यान केंद्रित किया जाए।
उचित दृष्टिकोण और नजरिये के साथ देखने से समाधान अपने आप सामने आने लगते हैं। समस्याएं जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा हैं, उन्हें गरिमा के साथ हल करने की आपकी क्षमता की यहां परख होती है। यह आपकी विशेषता भी बताती है। बुद्धिमान व्यक्तियों का समस्याओं को देखने का एक अलग दृष्टिकोण होता है। यहां किसी समस्या को देखने के पांच तरीके या दृष्टिकोण दिए गए हैं, जो आपको कठिन समय में शांत रहने और उसका हल खोजने में मदद करेंगे :
सब कुछ बदल रहा है
यह एहसास कि सब कुछ बदल रहा है, आपको समस्याओं से अधिक प्रभावित होने से बचाएगा। अपने शरीर के बारे में सोचें, वह लगातार बदल रहा है। आपकी भावनाएं, विचार, मान्यताएं, पसंद, नापसंद और दृष्टिकोण सब बदल रहे हैं। वैसे ही आपकी समस्याएं भी बदलती हैं। जान लें कि आप जीवन भर के लिए किसी समस्या में फंसने वाले नहीं हैं। आपके जीवन में कई समस्याएं आईं और चली गईं। अपने आप को याद दिलाएं कि 'यह भी बीत जाएगा'। सृष्टि के बदलते स्वरूप को पहचानने की यह बुद्धि परिपक्वता की निशानी है।
कुछ चीजें अपरिहार्य हैं, तो क्या हुआ
किसी समस्या को देखने का दूसरा उपाय यह स्वीकार करना है कि कुछ चीजें बदलने वाली नहीं हैं। यदि आप गर्मी के दौरान मौसम के ठंडे होने की उम्मीद करते हैं, तो यह सोच समस्या पैदा करने ही वाला है। जीवन में कई चीजें ऐसी होती हैं, जिन पर आपका कोई नियंत्रण नहीं होता है। आप यह नियंत्रित नहीं कर सकते कि दूसरे लोग कैसा महसूस करते हैं। आप मौसम को नियंत्रित नहीं कर सकते। आप अपने जीवनसाथी या किसी भी व्यक्ति को बदलने के लिए बाध्य नहीं कर सकते। जिस क्षण आप स्थिति को वैसे ही स्वीकार कर लेते हैं जैसी वह है, तब कोई समस्या शेष नहीं रहती है। धैर्य के साथ विरोधियों के साथ सामंजस्य करना सीखना जीवन का एक अनमोल कौशल है।
शेर की तरह दहाड़ें
जब उपरोक्त दो दृष्टिकोण काम नहीं करते हैं, तो यह आपकी आंतरिक शक्ति और साहस का आह्वान करने का समय है। कठिन समय हमारे छिपे हुए साहस और क्षमता को एक से अधिक तरीकों से सामने ला सकता है। यह वीरता आपको बदलने वाली और न बदलने वाली घटनाओं के समुद्र में तैरने का साहस भरेगी। 'मेरे पास इसे संभालने की शक्ति है। जो भी हो, मैं उसका सामना करूंगा', यह भावना शक्तिशाली और ऊर्जावद्र्धक है। जब आप इस ऊर्जा को बुलाते हैं, तो आत्मसंदेह विलुप्त हो जाता है। यह महसूस करें कि आप समस्या से बड़े हैं। कोई समस्या बहुत बड़ी तभी लगती है, जब आपको लगता है कि आप इसे संभाल नहीं सकते। उनकी तरफ देखें, जिनकी समस्याएं बड़ी हैं, तो आपकी समस्या छोटी दिखाई देगी।
बड़ी शक्ति सुलझा देगी समस्या
आपकी वीरता के विफल हो जाने के बाद भी एक रास्ता है - समस्या को उच्च शक्ति को समर्पित करना। ईश्वर के ऊपर छोड़ देना। अक्सर हम इसे निराशा में छोड़ देते हैं, अब इसे विश्वास में छोडऩे का प्रयास करें। समर्पण यह एहसास है कि आपका प्रयास जीवन में वह सब नहीं ला सकता, जो आप चाहते हैं। केवल छोटे मन के प्रयास से बड़ा या महान कार्य नहीं हो सकता। समर्पण सहज मुक्ति और शांति की गहरी भावना लाता है और हमें कठिन समय में भी मुस्कुराने की अपार शक्ति देता है। जब शरीर, मन और बुद्धि थक जाते हैं, तो आप कोई समाधान पाने की संभावना नहीं रख सकते। इसलिए प्रार्थना करें, ध्यान करें और विश्वास के साथ आगे बढ़ें। विश्वास आपको स्थिरता, एकाग्रता, शांति और प्रेम प्रदान करता है।
मनाएंगे सकारात्मकता का उत्सव
जब आप किसी समस्या से घिर जाते हैं, तो किसी उत्सव में शामिल होना एक अच्छा विचार है। आपके जीवन के कई आयाम हैं। यदि आप अपने व्यावसायिक जीवन में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो अपने निजी जीवन में सकारात्मकता का उत्सव मनाएं। जब आप समस्या को अपने मस्तिष्क से निकाल कर उत्सव मनाते हैं, तो समय के साथ समाधान सामने आ जाता है। समस्याएं और चुनौतियां जीवन में आकर्षण जोड़ती हैं और आप में छिपे सर्वश्रेष्ठ को बाहर लाती हैं। उनसे सीखें और उनसे बड़े बनें।
[आर्ट आफ लिविंग के प्रणेता योग गुरु]
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