Chaitra Amavasya 2023: भूतड़ी अमावस्या पर आत्माओं का स्वभाव हो जाता है उग्र, इन उपायों से दूर रखें भूत-बाधाएं
2023 Chaitra Amavasya चैत्र कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन को चैत्र अमावस्या या भूतड़ी अमावस्या नाम से जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि इस दिन नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है। ऐसे में व्यक्ति को इनसे बचने के लिए कुछ उपाय करने चाहिए।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Chaitra Amavasya 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी मास के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या तिथि के नाम से जाता है। अमावस्या तिथि पर पूजा-पाठ और उपवास का विशेष महत्व है। इस वर्ष चैत्र अमावस्या 21 मार्च 2023, मंगलवार (Chaitra Amavasya 2023 Date) को है, जिसे भूतड़ी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।
भूतड़ी अमावस्या नाम के पीछे कारण यह है कि इस दिन नकारात्मक शक्तियों का स्वभाव उग्र हो जाता है। साथ ही वह अपनी अधूरी इच्छाओं को पूरा करने से दुर्बल या बीमार व्यक्ति के शरीर पर हावी होने का भरसक प्रयास करते हैं। धार्मिक शास्त्रों में इन नकारात्मक शक्तियों को दूर रखने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है। आइए जानते हैं चैत्र अमावस्या पर किन उपायों को करने से मिलता है व्यक्ति को लाभ?
नकारात्मक शक्तियों को दूर रखने के लिए चैत्र अमावस्या पर करें ये काम (Chaitra Amavasya 2023 Upay)
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चैत्र या भूतड़ी अमावस्या पर बुरी शक्तियों को दूर रखने के लिए सुबह पानी में गंगाजल मिलाकर पवित्र स्नान करें और इसके बाद भगवान शिव को समर्पित महामृत्युंजय मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। मान्यता है कि ऐसा करने से बुरी आत्माएं व्यक्ति को परेशान नहीं करती हैं।
इस वर्ष भूतड़ी अमावस्या मंगलवार के दिन है और यह दिन हनुमान जी को समर्पित है। इसलिए इस दिन 1, 3, 5 या 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। शास्त्रों में बताया गया है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से भूत-बाधा से जुड़ा संकट खत्म हो जाता है।
शास्त्रों में बताया गया है कि मां दुर्गा के आशीर्वाद से सभी प्रकार की प्रेत-बाधाएं दूर हो जाती हैं। इसलिए चैत्र अमावस्या के दिन संध्या काल में दीपक जलाकर कम से कम 108 बार प्रभावशाली मंत्र 'ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे' का जाप जरूर करें।
चैत्र अमावस्या के दिन किसी नए काम को शुरू कर रहे हैं या कुछ शुभ काम करने के लिए घर से निकल रहे हैं तो एक नींबू में चार लौंग लगा लें और 21 बार 'ॐ हनुमते नमः' बीज मंत्र जाप करें। फिर इसे एक साफ और शुद्ध लाल रंग के वस्त्र में बांध लें। ऐसा करने से काम में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं और कार्य में सफलता प्राप्त होती है।
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