बुद्ध पूर्णिमा 2019: भगवान बुद्ध के वे 10 उपदेश, जिसे हमें कभी नहीं भूलना चाहिए
गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख पूर्णिमा के दिन होने के कारण इस तिथि को बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। भगवान बुद्ध ने सत्य की खोज के बाद लोगों को उपदेश दिए।
वैशाख पूर्णिमा के दिन ही सिद्धार्थ का जन्म लुंबिनी में हुआ था, जो बुद्धत्व की प्राप्ति के बाद गौतम बुद्ध के नाम से प्रसिद्ध हुए। गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख पूर्णिमा के दिन होने के कारण इस तिथि को बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है। भगवान बुद्ध ने सत्य की खोज के बाद लोगों को उपदेश दिए, उन उपदेशों को हमें याद रखना चाहिए।
भगवान बुद्ध के महत्वपूर्ण उपदेश
1. मनुष्य को अतीत के बारे में नहीं सोचना चाहिए और न ही भविष्य की चिंता करनी चाहिए। हमें अपने वर्तमान समय पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यही खुशी का मार्ग है।
2. मनुष्य को अपने शरीर को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी है। अगर शरीर स्वस्थ नहीं है तो आपकी सोच और मन भी स्वस्थ और स्पष्ट नहीं होंगे।
3. सभी गलत कार्य मन में जन्म लेते हैं। अगर आपका मन परिवर्तित हो जाए तो मन में गलत कार्य करने का विचार ही जन्म नहीं लेगा।
4. हजारों खोखले शब्दों से वह एक शब्द अच्छा है, जो शांति लेकर आए।
5. किसी से घृणा करने से आपके मन की घृणा खत्म नहीं होगी, यह केवल प्रेम से ही खत्म किया जा सकता है। वैसे ही बुराई से बुराई खत्म नहीं होती, वह प्रेम से खत्म होती है।
6. जो लोग जितने लोगों से प्यार करते हैं, उतने लोगों से ही वे दुखी होते हैं। जो प्रेम में नहीं है, उसके कोई संकट नहीं है।
7. एक जंगली जानवर से ज्यादा खतरनाक एक कपटी और दुष्ट मित्र होता है क्योंकि जानवर आपको केवल शारीरिक नुकसान पहुंचाता है, जबकि दुष्ट मित्र आपकी बुद्धि—विवेक को नुकसान पहुंचाता है। ऐसे मित्रों से सावधान रहना चाहिए।
8. संदेश और शक की आदत भयनाक होता है, इससे रिश्तों में खटास आती है। मित्रता टूट जाती है।
9. मनुष्य को क्रोध नहीं करना चाहिए। आपको क्रोध की सजा नहीं मिलती है बल्कि आपको क्रोध से सजा मिलती है।
10. हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि आप स्वयं पर विजय प्राप्त करो, फिर विजय हमेशा आपकी ही होगी।
11. दुनिया में इन तीन चीजों को कभी छिपाया नहीं जा सकता है: चांद, सूरज और सत्य।
12. सच्चाई के रास्ते पर चलने वाला व्यक्ति के दो ही गलतियां कर सकता है। पहला — या तो वह पूरा रास्ता तय नहीं करता है। दूसरा — या फिर उस रास्ते पर नहीं चलेगा।
13. मनुष्य के लिए अपने लक्ष्य को पा लेने से अच्छा है कि लक्ष्य को पाने की यात्रा अच्छी हो।
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