बच्चों की पढ़ाई ठीक करने और बुद्धि को बढ़ाने के लिए संकष्टी चतुर्थी पर करें ये उपाय
क्या आपका बच्चा पढ़ाई में कमजोर है? 16 मई 2025 को संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा करके आप उसकी बौद्धिक क्षमता बढ़ा सकते हैं। बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं शमी के पत्ते अर्पित करें और गाय को हरी घास खिलाएं। इन उपायों से बच्चे की एकाग्रता और विद्या प्राप्ति में मदद मिलेगी।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कई बार आपने देखा होगा कि आपका बच्चा पढ़ता ही नहीं है। इसकी वजह से परीक्षा में हमेशा उसके कम नंबर आते हैं। वहीं, कभी-कभी काफी पढ़ाई करने के बाद भी बच्चा परीक्षा में नंबर्स नहीं ला पाता है। दोनों ही स्थितियों में बौद्धिक क्षमता में कमी और पढ़ाई में मन न लगना इसका बड़ा कारण हो सकता है।
यदि आप भी अपने बच्चे को अच्छे नंबर्स से पास होते हुए देखना चाहते हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चे की बौद्धिक क्षमता तेज हो जाए, तो इस संकष्ठी चतुर्थी के दिन आप कुछ उपाय कर सकते हैं। इसके बाद संभव है कि आपके बच्चे की पढ़ाई में स्थिति कुछ बेहतर हो जाए।
पढ़ाई में आ रहे विघ्न भी होंगे दूर
भगवान गणेश को समर्पित संकष्ठी चतुर्थी 16 मई 2025 को शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी। रिद्धि-सिद्धि और बुद्धि के देवता भगवान गणेश की पूजा करने से विद्या की प्राप्ति होती है। साथ ही विघ्न विनाशक होने की वजह से भगवान गणेश बच्चे की पढ़ाई में आ रही बाधाओं को भी दूर करते हैं।
गणेश जी की आराधना करने से बच्चे की एकाग्रता बढ़ने लगती है। तो देर किस बात की है, जल्दी से जानते हैं कि इस बार आप ऐसे क्या उपाय इस संकष्ठी चतुर्थी को कर सकते हैं, जिससे बच्चे का बौद्धिक विकास तेज हो। इस उपायों को हर बुधवार के दिन भी किया जा सकता है।
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इन उपायों को कराएं
- हर बुधवार को बच्चे से भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ावाएं।
- गणेश जी को शमी के पत्ते चढ़ाने से भी बढ़ती है बुद्धि।
- गाय को हरी घास या हरा चारा बच्चे के हाथ से खिलवाएं।
- हरी मूंग की दाल का दान बुधवार के दिन बच्चे से कराएं।
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- पढ़ाई के कमरे में गणेश जी की एक प्रतिमा या फोटो लगाएं।
- बच्चे की पढ़ाई के दौरान उसका मुंह पूर्व या उत्तर दिशा में रहे।
- बुधवार के दिन बच्चे को हरे रंग के कपड़े पहनाएं।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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