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    Bhutadi Amavasya 2023: चैत्र अमावस्या पर दूर की जाती हैं भूत-बाधाएं, जानिए भूतड़ी अमावस्या से जुड़ी अनोखी बात

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Tue, 14 Mar 2023 02:07 PM (IST)

    Chaitra Amavasya 2023 शास्त्रों में चैत्र मास की अमावस्या तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस वर्ष चैत्र अमावस्या 20 मार्च 2023 सोमवार के दिन पड़ रही है। बता दें कि चैत्र अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।

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    Bhutadi Amavasya 2023: जानिए चैत्र अमावस्या को क्यों कहा जाता है भूतड़ी अमावस्या?

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Bhutadi Amavasya 2023: हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि को दान-धर्म और तर्पण आदि के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि अमावस्या तिथि के दिन पवित्र स्नान करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और उनके सभी दुख एवं दोष दूर हो जाते हैं। ज्योतिष पंचांग के अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा तिथि को चैत्र अमावस्या या भूतड़ी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष चैत्र अमावस्या 20 मार्च 2023, सोमवार (Chaitra Amavasya 2023 Date) के दिन पड़ रही है।

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    शास्त्रों में बताया गया है कि इस विशेष दिन पर पवित्र नदी में स्नान करने से, तर्पण और जरूरतमंद, गाय या कौवे को भोजन कराने से समस्त कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। बता दें कि चैत्र अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या विशेष कारण से बुलाया जाता है। आइए जानते हैं चैत्र अमावस्या को क्यों कहा जाता है भूतड़ी अमावस्या और क्या है इसका महत्व?

    चैत्र अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या कहने के पीछे कारण

    गरुड़ पुराण में बताया गया है कि अमावस्या तिथि के दिन पूर्वज अपने वंशजों के घर पधारते हैं और उन्हें भोजन कराया जाता है। ऐसा करने से आत्मा को शांति प्राप्त होती है। लेकिन कुछ आत्माएं ऐसी होती हैं जिनकी इच्छा अधूरी रह जाती है और वह इच्छाओं को पूरा करने के लिए किसी जीवित व्यक्ति के शरीर को अपने वश में करने का प्रयास करती हैं, ऐसे में जो बहुत ही उग्र होता है। ऐसे में आत्मा को शांत करने के लिए और नकारात्मक शक्तियों को दूर करने के लिए भूतड़ी अमावस्या के दिन प्रभावित व्यक्ति को पवित्र नदी में स्नान कराया जाता है।

    अमावस्या तिथि का महत्व

    शास्त्रों में बताया गया है कि अमावस्या तिथि के दिन तर्पण आदि करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है। साथ ही इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु की उपासना करने से जीवन में उत्पन्न होने वाली कई बाधाएं दूर समाप्त हो जाती हैं और साधक को धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। अमावस्या तिथि के दिन पवित्र स्नान करने से समस्त पापों का नाश हो जाता है और व्यक्ति के लिए मोक्ष का द्वार खुल जाते हैं।

    डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।