Bhanu Saptami 2025: भानु सप्तमी आज, इस विधि से करें पूजा, जानें मंत्र और भोग
भानु सप्तमी का व्रत रखने और विधिपूर्वक पूजा करने से व्यक्ति को मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। यह दिन सूर्य देव की कृपा पाने के लिए बहुत फलदायी माना जाता है। हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर भानु सप्तमी (Bhanu Saptami 2025) का पर्व मनाया जाता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आज 4 मई 2025 को भानु सप्तमी का पर्व मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान सूर्य देव को समर्पित है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव की विधि-विधान से पूजा करने से तेज, यश, और आरोग्य की प्राप्ति होती है, तो आइए यहां भानु सप्तमी (Bhanu Saptami 2025) से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।
पूजा विधि (Bhanu Saptami 2025 Puja Vidhi)
- सुबह स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
- एक वेदी पर लाल वस्त्र बिछाएं और उस पर भगवान सूर्य देव की प्रतिमा स्थापित करें।
- हाथ में जल, अक्षत, फूल और कुशा लेकर सूर्य देव का ध्यान करते हुए संकल्प लें।
- सूर्य देव का आवाहन करें।
- उन्हें रोली, मौली, अक्षत, लाल चंदन, लाल पुष्प, धूप, दीप, और फल व मिठाई आदि चीजें चढ़ाएं।
- तांबे के लोटे में जल, रोली, अक्षत, और लाल पुष्प डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- अंत में आरती करें।
- तामसिक चीजों से दूरी बनाएं।
- पूजा में हुई गलतियों के लिए माफी मांगे।
अर्घ्य व पूजा मंत्र (Bhanu Saptami 2025 Puja Mantra)
- ॐ सूर्याय नमः।।
- ॐ घृणि सूर्याय नमः।।
- ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः।।
- ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।।
भगवान सूर्य भोग (Bhanu Saptami 2025 Bhog List)
भानु सप्तमी के दिन सूर्य देव को आप भोग में खीर, गुड़ का हलवा या अन्य घर पर बनी मिठाई चढ़ा सकते हैं। फल में अनार और लाल रंग के फल भी अर्पित किए जा सकते हैं।
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