Bhadrapada Purnima 2025 Date: कब मनाई जाएगी भाद्रपद पूर्णिमा? ऐसे प्राप्त करें मां लक्ष्मी की कृपा
भाद्रपद पूर्णिमा (Bhadrapada Purnima 2025) का दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन में आने वाले सभी दुख दूर होते हैं और शुभ फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में चलिए जानते हैं भाद्रपद पूर्णिमा की डेट और शुभ मुहूर्त के बारे में।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर महीने पूर्णिमा मनाई जाती है। इस तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है और पवित्र नदी में स्नान किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, स्नान-दान और पूजा करने से साधक के जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह में भाद्रपद पूर्णिमा मनाई जाती है। ऐसे में चलिए जानते हैं भाद्रपद पूर्णिमा (Bhadrapada Purnima 2025) की विशेष बातें।
भाद्रपद पूर्णिमा 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Bhadrapada Purnima 2025 Date and Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 07 सितंबर को देर रात 01 बजकर 41 मिनट पर होगी। वहीं, तिथि का समापन 07 सितंबर को 11 बजकर 38 मिनट पर होगा। ऐसे में 07 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा मनाई जाएगी।
पंचांग
सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 02 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 36 मिनट पर
चन्द्रोदय- सुबह 06 बजकर 26 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 31 मिनट से 05 बजकर 16 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से 03 बजकर 15 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 36 मिनट से 06 बजकर 58 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 42 मिनट तक
भाद्रपद पूर्णिमा पर करें इन चीजों का दान
- भाद्रपद पूर्णिमा के दिन सुबह पवित्र नदी में स्नान करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें। इसके बाद पूजा-अर्चन करने के बाद कपड़े, अन्न और धन समेत आदि चीजों का दान करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पूर्णिमा पर दान करने से जीवन में कोई कमी नहीं होती है और मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है।
- अगर आप जीवन में सुख-शांति चाहते हैं, तो पूर्णिमा के दिन दूध करें। ऐसा माना जाता है कि दूध का दान करने से चंद्रमा मजबूत होता है और साधक को मानसिक शांति मिलती है। साथ ही आर्थिक तंगी की समस्या से छुटकारा मिलता है।
जरूर करें ये काम
- भाद्रपद पूर्णिमा के दिन पूजा के समय सत्यनारायण भगवान की कथा का पाठ करें। इसके बाद जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। ऐसा माना जाता है कि कथा का पाठ करने से पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
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