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    Bhadrapa Amavasya 2023: भाद्रपद अमावस्या के दिन करें ये उपाय, शनि और पितृ दोष से एकसाथ मिलेगा छुटकारा

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Wed, 13 Sep 2023 06:05 PM (IST)

    Bhadrapada Amavasya 2023 हिंदू धर्म में अमावस्या एक विशेष महत्व रखती है। पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की पंद्रहवीं तिथि अमावस्या कहलाती है। 31 अगस्त 2023 से भाद्रपद माह की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में 14 सितंबर 2023 गुरुवार के दिन भाद्रपद माह की पड़ अमावस्या पड़ रही है जिसे पिठोरी अमावस्या भी कहा जाता है।

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    Bhadrapa Amavasya 2023 भाद्रपद अमावस्या पर करें ये उपाय।

    नई दिल्ली, अध्यात्म। Pithori Amavasya 2023: पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति के लिए अमावस्या का दिन श्राद्ध कर्म करने के लिए उपयुक्त माना जाता है। साथ ही इस दिन स्नान-दान और पूजा-पाठ इत्यादि कर्म करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। ऐसे में आप पिठोरी अमावस्या के दिन कुछ विशेष उपायों के द्वारा पितृ दोष से मुक्ति पा सकते हैं।

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    अमावस्या पर करें ये उपाय

    भाद्रपद अमावस्या के दिन किसी पवित्र नदी के किनारे विधि-विधान के साथ पितरों का श्राद्ध और तर्पण करना चाहिए। इसके बाद अपनी क्षमता अनुसार जरूरतमंदों को कपड़े और अन्न का दान दें। भाद्रपद मावस्या तिथि को पूजा-तर्पण करने से पितरों से जुड़े दोष दूर होते हैं।

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    शनि दोष से मिलेगी मुक्ति

    अगर किसी जातक को कुंडली में शनि दोष परेशान कर रहा है तो इसके लिए अमावस्या के दिन काली वस्तुओं जैसे काले कपड़े, काले जूते आदि का दान करें। इसके साथ ही कुत्ते को तेल लगी यानी तेल से चुपड़ी रोटी खिलाने से भी शनि के दुष्प्रभावों से मुक्ति मिलती है।

    शनि और पितृ दोष से मिलेगी निजात

    हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ का विशेष महत्व है। इसमें देवताओं का वास माना गया है। ऐसे में अमावस्या के दिन स्नान करने के बाद पीपल के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाएं। साथ ही शाम के समय सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इस उपाय को करने से पितर प्रसन्न होते हैं और शनि दोष से भी मुक्ति मिलती है।

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    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी