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    Basant Panchami 2024: सरस्वती पूजा के दिन जरूर करें ये काम, जीवन से दूर होगा अंधकार

    बसंत पंचमी (Basant Panchami 2024) का पर्व बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा होती है। माता सरस्वती कला प्रौद्योगिकी संगीत और नृत्य की भी देवी हैं जो लोग इन क्षेत्रों में आगे बढ़ना चाहते हैं उन्हें विशेष रूप से मां की प्रार्थना (Saraswati Puja) करनी चाहिए। इस साल सरस्वती पूजा 14 फरवरी को मनाई जाएगी।

    By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Fri, 02 Feb 2024 03:37 PM (IST)
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    Basant Panchami 2024: सरस्वती पूजा के दिन जरूर करें ये काम

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली।Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी का पर्व हर साल पूरे देश में बड़ी धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाता है। यह दिन देवी सरस्वती की पूजा को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि समर्पण और भक्ति के साथ मां की प्रार्थना करने से वे जीवन के अंधकार को दूर करती हैं।

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    देवी सरस्वती कला, प्रौद्योगिकी, संगीत और नृत्य की भी देवी हैं, जो लोग इन क्षेत्रों में आगे बढ़ना चाहते हैं, उन्हें विशेष रूप से मां की प्रार्थना करनी चाहिए। इस साल सरस्वती पूजा 14 फरवरी को मनाई जाएगी।

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    सरस्वती पूजा के दिन जरूर करें ये काम

    देवी सरस्वती की पूजा

    संगीत, कला और ज्ञान की देवी, मां सरस्वती को बसंत पंचमी अर्पित है। इस दिन लोग अपनी पढ़ाई और करियर में सफलता के लिए देवी का आशीर्वाद मांगते हुए उनकी खास पूजा करते हैं।

    अक्षरों का अभ्यास

    सरस्वती पूजा का दिन शिक्षा की शुरुआत करने के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन छोटे-छोटे बच्चे अपना पहला अक्षर स्लेट या कागज पर केसर में डूबी हुई लेखनी से करते हैं।

    पीले वस्त्र

    बसंत पंचमी पर लोग पीले कपड़े पहनते हैं, क्योंकि पीला रंग बसंत और मां सरस्वती से जुड़ा हुआ है।

    पतंग उड़ाना

    बसंत पंचमी के दिन पतंग उड़ाना एक लोकप्रिय परंपरा है। इस दौरान सभी उम्र के लोग विभिन्न रंगों और आकारों की पतंगें उड़ाते हैं, जो ज्ञान और आकांक्षाओं की उड़ान का प्रतीक है।

    पीले फूल 

    बसंत पंचमी पर देवी सरस्वती को गेंदा और सूरजमुखी का फूल चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से ज्ञान की देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

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    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'