Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bada Mangal 2024: ज्येष्ठ माह के दूसरे बड़े मंगल पर जरूर करें ये काम, हर संकट से बचाएंगे पवनपुत्र

    Updated: Thu, 30 May 2024 08:00 AM (IST)

    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित माना जाता है। वहीं ज्येष्ठ माह में आने वाले मंगलवार का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में आप बड़े मंगल के दिन हनुमान जी की विशेष विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर उनकी विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ कृपा प्राप्ति के उपाय।

    Hero Image
    Bada Mangal 2024 ज्येष्ठ माह के दूसरे बड़े मंगल पर जरूर करें ये काम।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Bada Mangal Date: हनुमान जी को भगवान राम भक्ति के रूप में जाना जाता है। साथ ही उन्हें बजरंगबली, पवनपुत्र, संकटमोचन आदि कई नामों से जाना जाता है। ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले सभी मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है। ऐसे में इस साल पहला बड़ा मंगल 28 मई को पड़ा था और दूसरा दूसरा बड़ा मंगल 04 जून को होगा। ऐसे में आप दूसरे बड़े मंगल पर इन कार्यों द्वारा हनुमान जी की कृपा के पात्र बन सकते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस तरह प्राप्त करें कृपा

    बड़े मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा के दौरान उनके समक्ष चमेली के घी का दीपक जलाएं। साथ ही हनुमान जी को नारंगी सिंदूर और लांल रंग का चोला अर्पित करें। प्रसाद के रूप में बूंदी का भोग लगाएं और सभी लोगों में भी बांटें।

    वहीं, अगर आप बड़े मंगल के दिन हनुमान जी को नारियल अर्पित करते हैं, तो इससे जीवन के दुख व संकटों से छुटकारा मिल सकता है। इसके साथ ही बड़ा मंगल पर हनुमान चालीसा का पाठ करना भी बहुत ही शुभ माना जाता है। 

    प्रसन्न होंगे बजरंगबली

    बड़े मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा करते समय उन्हें तुलसी की माला जरूर अर्पित करें। इसके लिए नारंगी रंग के सिंदूर में सरसों का तेल मिलाएं। इसके बाद 11 तुलसी के पत्ते लेकर उसपर राम नाम लिखें ।अब इस पत्तों की माला बनाकर हनुमान जी को चढ़ाएं। ऐसा करने से जीवन में आ रही मुश्किलें दूर होती हैं और सुख-समृद्धि बनी रहती है।

    यह भी पढ़ें - Hanuman Chalisa Niyam: भक्त इस विधि से करें हनुमान चालीसा का पाठ, रोग-दोष से मिलेगी मुक्ति

    करें इन मंत्रों का जाप

    ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमाय

    प्रकट-पराक्रमाय महाबलाय सूर्यकोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।

    ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय

    सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

    ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहरणाय

    सर्वरोगहराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।