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    Astro Upay: यूं ही नहीं बांधते पैर में काला धागा, मिलते हैं ढेर सारे फायदे

    Updated: Sat, 11 May 2024 11:32 AM (IST)

    पैर में काला धागा पहनने का अलग महत्व है। इसे पहनते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। क्योंकि काला धागा पहनने पर शुभ परिणाम मिलते हैं। लाल किताब की मानें तो काला धागा को धारण करने के लिए शनिवार का दिन शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं पैर में काला धागा बांधने से कौन से लाभ मिलते हैं।

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    Astro Upay: यूं ही नहीं बांधते पैर में काला धागा, मिलते हैं ढेर सारे फायदे

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kala dhaga bandhne ke fayde: अक्सर लोग हाथ, पैर और गले में काला धागा धारण करते हैं। लेकिन क्या आपने जानते हैं कि आखिर किस कारण हाथ, पैर और गले में काला धागा धारण किया जाता है? आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

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    इस दिन धारण करें काला धागा

    लाल किताब की मानें तो काला धागा को धारण करने के लिए शनिवार का दिन शुभ होता है। बांए पैर में काला धागा बांधना शुभ माना जाता है।

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    मिलते हैं ये लाभ

    • मान्यता है कि पैर में काला धागा धारण करने से शनि दोष से छुटकारा मिलता है। साथ ही नकारात्मक प्रभाव खत्म होता है। इससे जातक के जीवन में आने वाली समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
    • पैर में काला धागा धारण करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और बिजनेस में आ रही परेशानियां खत्म होती हैं।
    • हाथ और पैर में काला धागा बांधने से बुरी नजर से बचाव होता है।
    • इसके अलावा जातक के जीवन में आने वाली बलाएं टल जाती हैं।

    ये राशि जातक धारण न करें काला धागा

    लाल किताब के अनुसार, मेष और वृश्चिक राशि जातकों को काला धागा नहीं बांधना चाहिए। इन दोनों राशियों के स्वामी मंगल देव हैं, जिनका रंग लाल है। मान्यता है कि मंगल का काले रंग से बैर है। ऐसे में इन राशि के लोगों को काला धागा बांधने से जीवन में दुष्प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं।

    इन बातों का रखें विशेष ध्यान  

    • काला धागा को धारण करने से पहले किसी ज्योतिष से सलाह लेनी चाहिए।  
    • काला धागा को धारण करते समय रुद्र गायत्री मंत्र 'ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि  तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥' का जाप करना चाहिए।  
    • शरीर के जिस हिस्से में काला धागा पहन रहे हैं, वहां कोई और धागा नहीं होना चाहिए।  
    • काले धागे में 9 गांठ लगाने के बाद ही धारण करना चाहिए।  

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।