Amarnath Yatra 2025: कब शुरू होगी अमरनाथ यात्रा? यहां जानिए इसका धार्मिक महत्व
अमरनाथ यात्रा न केवल एक धार्मिक यात्रा है बल्कि यह प्रकृति के अद्भुत सौंदर्य और मानव की अटूट आस्था का संगम भी है। हर साल लाखों भक्त इस कठिन यात्रा को करके भगवान शिव का आशीर्वाद पाते हैं। ऐसे में अगर आप आप भी इस पवित्र यात्रा (Amarnath Yatra 2025 Date) का हिस्सा बनने की इच्छा रखते हैं तो यहां दी गई जानकारी को फॉलो कर सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। अमरनाथ यात्रा हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थों में से एक है। यह यात्रा भगवान शिव को समर्पित हैं। यहां भोलेबाबा बर्फ के शिवलिंग के रूप में विराजमान हैं। हर साल लाखों श्रद्धालु भारी चुनौतियों का सामना करते हुए बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस साल भी इस पवित्र यात्रा को लेकर भक्तों में बहुत ज्यादा उत्साह है, तो चलिए यह यात्रा कब शुरू होगी और इसका धार्मिक महत्व क्या है? इस आर्टिकल में जानते हैं।
अमरनाथ यात्रा 2025 डेट (Amarnath Yatra 2025 Date And Time)
इस साल अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई, 2025 से शुरू होगी और 9 अगस्त 2025 तक चलेगी। यह यात्रा कुल 38 दिनों तक चलेगी और इसका समापन रक्षाबंधन के दिन होगा। यात्रा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 14 अप्रैल 2025 से शुरू हो चुकी है।
जो भक्त इस यात्रा में शामिल होना चाहते हैं, वे श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट (jksasb.nic.in) के माध्यम से ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन जाकर भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
अमरनाथ यात्रा का धार्मिक महत्व (Amarnath Yatra 2025 Significance)
अमरनाथ गुफा भगवान शिव के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। ऐसी मान्यता है कि इसी गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य सुनाया था। गुफा में प्राकृतिक रूप से बर्फ से शिवलिंग बनता है, जो भक्तों के लिए आस्था का केंद्र होता है। कहते हैं कि चंद्रमा की कलाओं के साथ-साथ इस शिवलिंग का आकार भी घटता-बढ़ता रहता है।
अमरनाथ यात्रा से जुड़ी प्रमुख बातें (Important Things Related To Amarnath Yatra)
- भगवान शिव का वास - यह पवित्र गुफा भगवान शिव का निवास स्थान है। यहां दर्शन मात्र से भक्तों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
- अमरत्व कथा - इस स्थान से अमरत्व की रहस्यमयी कथा जुड़ी हुई है, जो भक्तों को जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्त करती है।
- चमत्कारों से भरा - भारी पहाड़ों के बीच बर्फ से बने शिवलिंग का प्राकृतिक रूप से बनना बहुत अद्भुत और अविश्वसनीय है, जो भक्तों को प्रकृति की शक्ति और भगवान की लीला का अनुभव कराता है।
- आध्यात्मिक अनुभव - कठिन यात्रा और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच भगवान शिव के दर्शन भक्तों को शांति और संतोष प्रदान करते हैं। यह यात्रा शारीरिक और मानसिक रूप से भक्तों की परीक्षा लेती है और उन्हें अपनी आंतरिक शक्ति का अनुभव कराती है।
- आस्था का प्रतीक - अमरनाथ यात्रा लाखों भक्तों को एक साथ लाती है, जो एक ही आस्था और भक्ति का प्रतीक है।
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