Aaj Ka Panchang 28 June 2025: आज है जगन्नाथ रथ यात्रा का दूसरा दिन, एक क्लिक में पढ़ें शुभ योग, मुहूर्त और पंचांग
पंचांग के अनुसार, आज आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है। ऐसे में एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक जी से जानते हैं आज का (Aaj Ka Panchang 28 June 2025) पंचांग व शुभ-अशुभ मुहूर्त के विषय में।

Aaj Ka Panchang 28 June 2025: आज का पंचांग।
आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। Aaj Ka Panchang 28 June 2025: आज जगन्नाथ रथ यात्रा का दूसरा दिन है। यह भगवान जगन्नाथ की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा माना जाता कि जो साधक इस यात्रा में शामिल होते हैं, उन्हें धन-दौलत, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली आती है। आज के दिन ( 28 June 2025 Panchang) की शुरुआत करने से पहले यहां दिए गए शुभ व अशुभ समय को अवश्य जान लें, जो इस प्रकार हैं -
Aaj Ka Panchang 28 June 2025: आज का पंचांग -
सूर्य राशि - मिथुन
चंद्र राशि - कर्क
पक्ष - शुक्ल
तिथि - तृतीया सुबह 09:53 बजे तक
योग - हर्षण शाम 07:15 बजे तक
करण - गरज सुबह 09:53 बजे तक
करण - वनिज रात्रि 09:28 बजे तक।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 26 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 23 मिनट पर
चन्द्रोदय - सुबह 08 बजकर 09 मिनट पर
चंद्रास्त - रात 10 बजकर 04 मिनट पर
शुभ मुहूर्त
अभिजीत - सुबह 11:57 बजे से दोपहर 12:52 बजे तक
अमृत काल - सुबह 04:58 बजे से सुबह 06:34 बजे तक, जून 29।
अशुभ समय
गुलिक काल - सुबह 05:26 बजे से सुबह 07:10 बजे तक
यमगंडा - दोपहर 02:09 बजे से दोपहर 03:54 बजे तक
राहु काल - सुबह 08:55 बजे से सुबह 10:40 बजे तक।
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
पुष्य नक्षत्र - प्रात: 06:35 बजे तक
सामान्य विशेषताएं - पोषक स्वभाव, मददगार प्रकृति, मेहनती स्वभाव, धैर्यशीलता, कभी हार न मानने वाला, अत्यंत बुद्धिमान, शांत चित्त और उच्च विचारों वाला।
नक्षत्र स्वामी - शनि
राशि स्वामी - चंद्रमा
देवता - बृहस्पति
प्रतीक - कमल या गाय का थन
करें इन मंत्रों का जाप
- ॐ जगन्नाथाय नमः।।
- नीलाचल निवासाय नित्याय परमात्मने। बलभद्र सुभद्राभ्यां जगन्नाथाय ते नमः।।
- "ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
- या देवी सर्वभूतेषु, शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नमः।।
Note - यह दैनिक पंचांग Astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है। सुझाव व प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।
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