Move to Jagran APP

Aaj Ka Panchang 7 May 2024: जानिए मंगलवार का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय, पढ़ें दैनिक पंचांग

आज वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि सुबह 11 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है। आइए आज के दिन की शुरुआत करने से पहले पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang 7 May 2024) और राहुकाल का समय जानते हैं -

By Jagran News Edited By: Vaishnavi Dwivedi Published: Tue, 07 May 2024 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 07 May 2024 06:00 AM (IST)
Aaj Ka Panchang 7 May 2024: आज का पंचांग -

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj Ka Panchang 7 May 2024: आज मंगलवार का दिन है। यह शुभ दिन भगवान हनुमान की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि जो साधक इस दिन सच्ची श्रद्धा के साथ वीर बजरंगबली की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आज के दिन की शुरुआत करने से पहले यहां दिए गए शुभ व अशुभ समय को अवश्य जान लें, जो इस प्रकार हैं -

loksabha election banner

Aaj Ka Panchang 7 May 2024: आज का पंचांग -

पंचांग के अनुसार, आज वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि सुबह 11 बजकर 43 मिनट तक रहेगी।

ऋतु - ग्रीष्म

चन्द्र राशि - मेष

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 45 मिनट पर

सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 02 मिनट पर

चंद्रोदय - सुबह 05 बजकर 24 मिनट पर

चंद्रास्त - शाम 06 : 28 बजे।

शुभ मुहूर्त

सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 05 बजकर 35 मिनट से दोपहर 03 बजकर 32 मिनट तक

अमृत काल - सुबह 08 बजकर 59 मिनट से 10 बजकर 27 मिनट तक

ब्रह्म मुहूर्त - 04 बजकर 11 मिनट से 04 बजकर 53 मिनट तक

विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 32 मिनट से 03 बजकर 26 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 59 मिनट से 07 बजकर 20 मिनट तक

निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 39 मिनट तक।

अशुभ समय

राहुकाल - दोपहर 03 बजकर 39 मिनट से शाम 05 बजकर 19 मिनट तक

गुलिक काल - दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से 01 बजकर 58 मिनट तक।

दिशा शूल - उत्तर

ताराबल

अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती।

चन्द्रबल

मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुंभ।

यह भी पढ़ें: Ganga Saptami 2024: ऐसे हुआ था पापनाशिनी मां गंगा का जन्म, जानिए पौराणिक कथा

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.