Aaj ka Panchang 28 May 2025: चंद्र दर्शन के दिन बन रहे कई शुभ-अशुभ योग, पंचांग से जानें मुहूर्त
ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि और बुधवार का दिन है। आज मानसिक शांति सौंदर्य आकर्षण और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शाम 0712 बजे से रात्रि 0853 बजे तक चंद्र दर्शन जरूर कीजिए। आज के दिन गणेश जी की आराधना करनी चाहिए। चलिए पंडित आनंद सागर पाठक से जानते हैं आज का पंचांग।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी 28 मई बुधवार के दिन ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। आज के दिन चंद्र दर्शन भी किया जाएगा। जब चंद्रमा का दर्शन पहली बार अमावस्या के बाद दिखते हैं, तो उसे ‘चंद्र दर्शन’ कहा जाता है।
मान्यता है कि चंद्र दर्शन का दिन बहुत शुभ और फलदायी होता है। जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थित में हो, उन्हें चंद्र दर्शन जरूर करना चाहिए। इस बार ‘चंद्र दर्शन’ ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर 28 मई बुधवार को किया जाएगा।
ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 29 मई को प्रात: 01:54 बजे तक रहेगी। आज बुद्धि और व्यापार के कारक बुध देव का दिन है। यदि बुध के कारण कोई परेशानी हो रही है, तो गणेश जी की पूजा करें।
ऋण के संकट से जूझ रहे हैं, तो गणेश जी को दूर्वा चढ़ाने से साथ ऋणहर्ता गणेश जी का पाठ करें। पंचांग के अनुसार, इस तिथि पर बहुत से शुभ और अशुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं आज का (Aaj ka Panchang 28 May 2025) पंचांग।
आज का पंचांग (Panchang 28 May 2025)
ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की तिथि- चतुर्दशी दोपहर 12:11 बजे तक, फिर अमावस्या
संवत् - 2082
नक्षत्र - मृगशिरा
योग - धृति शाम 07:09 बजे तक
करण - बलव दोपहर 03:25 बजे तक, कौलव प्रात: 01:54 बजे तक, 29 मई
वार - सोमवार
ऋतु - ग्रीष्म
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय- सुबह 5 बजकर 25 मिनट पर
- सूर्यास्त- शाम 7 बजकर 12 मिनट पर
- चंद्रोदय- सुबह 06 बजकर 03 मिनट पर
- चंद्रास्त- शाम 08 बजकर 59 मिनट पर
शुभ समय
अभिजीत मुहूर्त - कोई नहीं
अशुभ समय
राहुकाल - दोपहर 12:19 बजे से दोपहर 02:02 बजे तक
गुलिक काल - प्रात: 10:35 बजे से दोपहर 12:19 बजे तक
यमगंडा - प्रात: 07:08 बजे से दोपहर प्रात: 08:52 बजे तक
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आज के नक्षत्र के बारे में जानिए
आज चंद्रदेव मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। मृगशिरा नक्षत्र 29 मई को प्रात: 12:29 बजे तक रहेगा।
सामान्य विशेषताएं: इस नक्षत्र में जन्मे जातक सुंदर, कामुक, आकर्षक, सौम्य व्यक्तित्व, बुद्धिमान, विचारशील, खोजी स्वभाव वाले होते हैं।
नक्षत्र स्वामी: मंगल
राशि स्वामी: शुक्र, बुध
देवता: सोम- अमर अमृत के देवता
प्रतीक: हिरण का सिर
यह दैनिक पंचांग Astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है। सुझाव और प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।
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