Aaj ka Panchang 27 October 2024: रविवार पर बन रहे हैं कई शुभ योग, जानें राहुकाल का समय
आज यानी 27 अक्टूबर को कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। यह तिथि पूर्ण रात्रि रहने वाली है। ऐसे में रमा एकादशी का व्रत 28 अक्टूबर को किया जाएगा। पंचांग के अनुसार इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं तो चलिए पंचांग (Aaj ka Panchang 27 October 2024) से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि आज यानी 27 अक्टूबर को है। इस तिथि पर रविवार पर पड़ रहा है। इस दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही सभी कार्यों में सफलता प्राप्ति के लिए व्रत भी किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इन कार्यों को करने से जातक को मनचाही नौकरी मिलती है। इस तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त (Today Puja Time) के विषय में।
आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 27 October 2024)
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 30 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 39 मिनट पर
चंद्रोदय- रात्रि 02 बजकर 37 मिनट पर
चंद्रास्त- दोपहर 03 बजकर 11 मिनट पर
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वार - रविवार
ऋतु - शरद
शुभ समय (Today Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 48 मिनट से 05 बजकर 39 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 56 मिनट से 02 बजकर 41 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 39 मिनट से 06 बजकर 05 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त - सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक।
अशुभ समय
राहुकाल - सुबह 07 बजकर 54 मिनट से 09 बजकर 17 मिनट तक।
गुलिक काल - दोपहर 01 बजकर 28 मिनट से 02 बजकर 52 मिनट तक
दिशा शूल - पश्चिम
नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल - अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुंभ, मीन
चन्द्र राशि - सिंह
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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