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    Aaj Ka Panchang 13 April 2025: इन शुभ योग में हुई वैशाख माह की शुरुआत, जानें शुभ मुहूर्त और पढ़ें पंचांग

    Updated: Sun, 13 Apr 2025 09:10 AM (IST)

    पंचांग के अनुसार आज वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पूर्ण रात्रि रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है। आइए आज के दिन की शुरुआत करने से पहले पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang 13 April 2025) और राहुकाल का समय जानते हैं।

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    Aaj Ka Panchang 13 April 2025: आज का पंचांग -

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj Ka Panchang 13 April 2025: आज से वैशाख माह की शुरुआत हो रही है। यह महीना भगवान विष्णु को समर्पित है। ऐसा माना जाता कि जो साधक इस महीने भाव के साथ पूजा-पाठ करते हैं, उन्हें बुद्धि, ज्ञान, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में शुभता आती है। आज के दिन ( 13 April 2025 Panchang) की शुरुआत करने से पहले यहां दिए गए शुभ व अशुभ समय को अवश्य जान लें, जो इस प्रकार हैं -

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    Aaj Ka Panchang 13 April 2025: आज का पंचांग -

    पंचांग के अनुसार, आज वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पूर्ण रात्रि रहेगी।

    ऋतु - वसंत

    चन्द्र राशि - कन्या

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 54 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 52 मिनट पर

    चन्द्रोदय - रात 07 बजकर 14 मिनट पर

    शुभ मुहूर्त

    ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 28 मिनट से 05 बजकर 13 मिनट तक

    अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक

    विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 21 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 45 मिनट से 07 बजकर 07 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक।

    अशुभ समय

    राहु काल - शाम 05 बजकर 12 मिनट से 06 बजकर 53 मिनट तक

    गुलिक काल - दोपहर 03 बजकर 39 मिनट से शाम 05 बजकर 13 मिनट तक।

    दिशा शूल - पश्चिम

    ताराबल

    भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती।

    चन्द्रबल

    मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु, मीन।

    करें इन मंत्रों का जाप

    • ॐ नारायणाय नमः।।
    • ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।।
    • ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।

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    अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।