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    Aaj Ka Panchang 11 March 2025: आज है प्रदोष व्रत, नोट करें शुभ मुहूर्त और पढ़ें दैनिक पंचांग

    Updated: Tue, 11 Mar 2025 09:00 AM (IST)

    पंचांग के अनुसार आज फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि सुबह 08 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है। आइए आज के दिन की शुरुआत करने से पहले पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang 11 March 2025) और राहुकाल का समय जानते हैं।

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    Aaj Ka Panchang 11 March 2025: आज का पंचांग।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj Ka Panchang 11 March 2025: आज प्रदोष व्रत है। यह दिन पूर्ण रूप से भगवान शिव को समर्पित है। ऐसा माना जाता कि जो साधक इस दिन भाव के साथ पूजा-पाठ करते हैं, उन्हें बुद्धि, ज्ञान, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता आती है। आज के दिन (Pradosh Vrat 2025 Panchang) की शुरुआत करने से पहले यहां दिए गए शुभ व अशुभ समय को अवश्य जान लें, जो इस प्रकार हैं -

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    Aaj Ka Panchang 11 March 2025: आज का पंचांग -

    पंचांग के अनुसार, आज फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि सुबह 08 बजकर 19 मिनट तक रहेगी।

    ऋतु - वसंत

    चन्द्र राशि - कर्क

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 40 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 30 मिनट पर

    चन्द्रोदय - दोपहर 03 बजकर 43 मिनट पर

    चन्द्रास्त - सुबह 05 बजकर 34 मिनट पर

    शुभ मुहूर्त

    रवि योग - सुबह 02 बजकर 15 मिनट से 06 बजकर 34 मिनट तक (12 मार्च)

    सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 06 बजकर 35 मिनट से रात्रि 02 बजकर 15 मिनट तक

    विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 29 मिनट से 03 बजकर 16 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 25 मिनट से 06 बजकर 49 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक।

    अशुभ समय

    राहु काल - सुबह 03 बजकर 38 मिनट से 04 बजकर 54 मिनट तक

    गुलिक काल - दोपहर 12 बजकर 33 मिनट से 02 बजकर 05 मिनट तक।

    दिशा शूल - उत्तर

    ताराबल

    अश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती।

    चन्द्रबल

    वृषभ, कर्क, कन्या, तुला, मकर, कुंभ।

    पूजा मंत्र

    1. ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि

    तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्!

    2. ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।

    उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥

    यह भी पढ़ें: Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत पर करें इस चालीसा का पाठ, घर में होगा मां लक्ष्मी का वास

    अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।