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    Aaj Ka Panchang 08 August 2024: विनायक चतुर्थी पर शिव योग समेत बन रहे हैं कई अद्भुत संयोग, पढ़ें दैनिक पंचांग

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Thu, 08 Aug 2024 06:00 AM (IST)

    सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि (Aaj ka Panchang 08 August 2024) का विशेष महत्व है। यह शुभ दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा की जाती है। धार्मिक मत है कि भगवान गणेश की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस शुभ अवसर पर कई मंगलकारी योग बन रहे हैं।

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    Aaj Ka Panchang 08 August 2024: पढ़ें दैनिक पंचांग

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 08 August 2024: ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 08 अगस्त यानी आज विनायक चतुर्थी है। यह पर्व हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर भगवान गणेश की भक्ति भाव से पूजा की जा रही है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए चतुर्थी व्रत रखा जा रहा है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख एवं संकट दूर हो जाते हैं। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं-

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    आज का पंचांग (Panchang 08 August 2024)

    विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त  (Vinayak Chaturthi Shubh Muhurat)

    पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 07 अगस्त को देर रात 10 बजकर 05 मिनट पर शुरू हई है। वहीं, इस तिथि का समापन 09 अगस्त को देर रात 12 बजकर 36 मिनट पर होगा। इसके बाद पंचमी तिथि शुरू होगी। आज चन्द्रास्त का समय रात 09 बजकर 27 मिनट पर है।

    शुभ योग

    सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर शिव योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर हो रहा है। इसके बाद सिद्ध योग का संयोग बन रहा है। यह योग पूर्ण रात्रि तक है। इस शुभ अवसर पर रवि योग का भी निर्माण हो रहा है। वहीं, विनायक चतुर्थी पर भद्रावास का भी संयोग बन रहा है।

    पंचांग

    सूर्योदय - सुबह 06 बजे...

    सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 04 मिनट पर

    चन्द्रोदय- सुबह 09 बजकर 06 मिनट पर

    चंद्रास्त- शाम 09 बजकर 27 मिनट पर

    ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 33 मिनट से 05 बजकर 17 मिनट तक

    विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से 03 बजकर 35 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 07 बजकर 04 मिनट से 07 बजकर 26 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 11 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट तक

    अशुभ समय

    राहु काल - दोपहर 02 बजकर 10 मिनट से 03 बजकर 48 मिनट तक

    गुलिक काल - सुबह 09 बजकर 16 मिनट से 10 बजकर 54 मिनट तक

    दिशा शूल - दक्षिण

    ताराबल

    भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

    चन्द्रबल

    मेष, कर्क, कन्या, वृश्चिक, धनु, मीन

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।