Aaj ka Panchang 06 December 2023: आज मार्गशीर्ष माह के दूसरे बुधवार पर प्रीति योग समेत बन रहे हैं ये 3 संयोग
Aaj ka Panchang 06 December 2023 आज मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की नवमी है। इस शुभ अवसर पर प्रीति का निर्माण हो रहा है। इस योग में भगवान गणेश की पूजा ...और पढ़ें

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 06 December 2023: सनातन धर्म में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही विशेष कार्यों में सिद्धि प्राप्ति हेतु व्रत उपवास रखा जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो आज प्रीति योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में भगवान गणेश की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आइए, पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग और राहुकाल का समय जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
आज मार्गशीर्ष के कृष्ण पक्ष नवमी देर रात 03 बजकर 04 मिनट तक है। इसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जाएगी। आज प्रीति योग का निर्माण देर रात 11 बजकर 30 मिनट तक है। साथ ही तैतिल और गर करण का भी निर्माण हो रहा है। तैतिल करण का योग दोपहर 01 बजकर 53 मिनट तक है। इसके बाद कौलव करण का योग है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 07 बजे...
सूर्यास्त - शाम 17 बजकर 24 मिनट पर
चंद्रोदय- देर रात 01 बजकर 27 मिनट पर
चंद्रास्त- दोपहर 01 बजकर 18 मिनट पर
पंचांग
ब्रह्म मुहूर्त - 05 बजकर 11 मिनट से 06 बजकर 05 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 56 मिनट से 02 बजकर 38 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 21 मिनट से 05 बजकर 49 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 40 मिनट तक
अशुभ समय
राहुकाल - दोपहर 12 बजकर 12 मिनट से 01 बजकर 30 मिनट तक
गुलिक काल - सुबह 10 बजकर 54 मिनट से 12 बजकर 12 मिनट तक
दुष्टमुहूर्त- सुबह 11 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक
कंटक- शाम 04 बजे से 04 बजकर 42 मिनट तक
यमघण्ट - सुबह 09 बजकर 04 मिनट से 09 बजकर 46 मिनट तक
कुलिक- सुबह 11 बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक
कालवेला या अर्द्धयाम- सुबह 07 बजकर 41 मिनट से 08 बजकर 22 मिनट तक
यमगण्ड- सुबह 08 बजकर 17 मिनट से 09 बजकर 35 मिनट तक
दिशा शूल - उत्तर
ताराबल
भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल
मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुम्भ, मीन
डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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