Aaj ka Panchang 03 February 2025: स्कंद षष्ठी पर बन रहे हैं कई शुभ योग, यहां पढ़ें दैनिक पंचांग
आज यानी 03 फरवरी को स्कंद षष्ठी व्रत किया जा रहा है। स्कंद षष्ठी के दिन अन्न और धन का दान करने से आर्थिक तंगी दूर होती है। इस तिथि पर कई शुभ योग (Today Shubh Yog) का निर्माण हो रहा है तो चलिए पंचांग (Aaj ka Panchang 2025) से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। माघ माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि आज यानी 03 फरवरी को है। इस तिथि पर स्कंद षष्ठी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान स्कंद अर्थात भगवान कार्तिकय की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही व्रत भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि स्कंद षष्ठी के दिन पूजा करने से जीवन के सभी सुखों की प्राप्ति होती है। षष्ठी तिथि पर कई शुभ योग भी बन रहे हैं। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त (Today Puja Time) के विषय में।
आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 03 February 2025)
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय - सुबह 07 बजकर 08 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 02 मिनट पर
चन्द्रोदय- सुबह सुबह 10 बजकर 07 मिनट पर
चंद्रास्त- रात 11 बजकर 16 मिनट पर
वार - सोमवार
ऋतु - शिशिर
शुभ समय (Today Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 23 मिनट से 06 बजकर 16 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 24 मिनट से 03 बजकर 08 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 59 मिनट से 06 बजकर 26 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात 12 बजकर 07 मिनट से 01 बजे तक
अशुभ समय
राहुकाल - सुबह 08 बजकर 30 मिनट से 09 बजकर 52 मिनट तक
गुलिक काल - दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से 03 बजकर 19 मिनट तक
दिशा शूल - पूर्व
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नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल - अश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती
राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम - वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन
भगवान कार्तिकेय की पूजा का मंत्र-
देव सेनापते स्कंद कार्तिकेय भवोद्भव।
कुमार गुह गांगेय शक्तिहस्त नमोस्तु ते॥
शत्रु नाश के लिए पढ़ें ये मंत्र-
ॐ शारवाना-भावाया नम:
ज्ञानशक्तिधरा स्कंदा वल्लीईकल्याणा सुंदरा
देवसेना मन: कांता कार्तिकेया नामोस्तुते।
कार्तिकेय गायत्री मंत्र:
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महा सैन्या धीमहि तन्नो स्कंदा प्रचोदयात:।
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