अपने भक्तों को नहीं भूलते भगवान
भागवत कथा मर्मज्ञ आचार्य रमेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि भगवान से अपनापन सबसे सुगम और श्रेष्ठ साधन है। भगवान के सिवाय हमारा कोई नहीं। यह सोच ही असली भक्ति है।
ऋषिकेश। भागवत कथा मर्मज्ञ आचार्य रमेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि भगवान से अपनापन सबसे सुगम और श्रेष्ठ साधन है। भगवान के सिवाय हमारा कोई नहीं। यह सोच ही असली भक्ति है।
त्रिवेणी घाट में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम दिन भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता से जुड़ी प्रसंग पर कथा करते हुए आचार्य रमेश शास्त्री ने कहा कि भगवान कभी अपने भक्तों और मित्रों को नहीं भूलते। सुदामा जैसे सच्चे मित्र मिलना इस संसार में मुश्किल है। उनकी मित्रता सच्चे मित्र और भक्ति की एक मिसाल है। कथावाचक ने कहा कि भगवान के साथ हमारा संबंध स्वत: स्वभाविक है इस संबंध के लिए किसी सहायता की जरूरत नहीं है। कथा के आयोजक भगवान दास अग्रवाल ने बताया कि शुक्त्रवार को यज्ञ व पूर्णाहुति के बाद सामूहिक प्रसाद वितरण का कार्यक्त्रम आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर महेश चंद्र अग्रवाल, नंद किशोर गुप्ता, राजेंद्र अग्रवाल, भगवान दास अग्रवाल, लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, रामेश्वर अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।