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    Kark Sankranti: कर्क संक्रांति पर राशि अनुसार करें सूर्य देव की पूजा, करियर और कारोबार में मिलेगी मनचाही सफलता

    Kark Sankranti 2023 धार्मिक मान्यता है कि संक्रांति तिथि पर गंगा स्नान करने से व्यक्ति द्वारा अनजाने में किए हुए सभी पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। संक्रांति तिथि पर सूर्य देव की पूजा-उपासना की जाती है। सूर्य देव की पूजा करने से आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होता है। साथ ही कुंडली में सूर्य मजबूत होता है।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 16 Jul 2023 09:26 AM (IST)
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    Kark Sankranti 2023: कर्क संक्रांति पर राशि अनुसार करें सूर्य देव की पूजा, करियर और कारोबार में मिलेगी मनचाही सफलता

    नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | Kark Sankranti 2023: आज कर्क संक्रांति है। संक्रांति तिथि पर स्नान-दान और पूजा-पाठ का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि संक्रांति तिथि पर गंगा स्नान करने से व्यक्ति द्वारा अनजाने में किए हुए सभी पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। संक्रांति तिथि पर सूर्य देव की पूजा-उपासना की जाती है। सूर्य देव की पूजा करने से आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होता है। साथ ही कुंडली में सूर्य मजबूत होता है। अगर आप भी करियर और कारोबार में मनमुताबिक सफलता पाना चाहते हैं, तो कर्क संक्रांति पर राशि अनुसार सूर्य देव की पूजा-उपासना करें-

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    राशि अनुसार करें पूजा

    -मेष राशि के जातक जल में रोली मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इस समय 'ॐ सूर्याय नम:' मंत्र का जाप करें।  

    -वृषभ राशि के जातक जल में अक्षत यानी अखंडित चावल मिलाकर अर्घ्य दें। इस समय 'ॐ मित्राय नम:' मंत्र का जाप करें।

    -मिथुन राशि के जातक जल में रोली और दूर्वा मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। साथ ही 'ॐ रवये नम:' मंत्र का जाप करें।

    -कर्क राशि के जातक जल में सफेद फूल मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इस समय 'ॐ भानवे नम:' मंत्र का जाप करें।

    -सिंह राशि के जातक जल में गुड़ मिलाकर सूर्य देव को जल का अर्घ्य दें। साथ ही ' ॐ खगाय नम:' मंत्र का जाप करें।

    -कन्या राशि के जातक जल में अक्षत और दूर्वा मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इस समय 'ॐ पूष्णे नम:' मंत्र का जाप करें।

    -तुला राशि के जातक जल में कुमकुम मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इस समय ' ॐ हिरण्यगर्भाय नमः:' मंत्र का जाप करें।

    - वृश्चिक राशि के जातक जल में लाल पुष्प और रोली डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। साथ ही 'ॐ मारीचाय नम:' मंत्र का जाप करें।

    -धनु राशि के जातक जल में पीले पुष्प मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। साथ ही 'ॐ आदित्याय नमः:' मंत्र का जाप करें।

    -मकर राशि के जल में काले तिल मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। साथ ही 'ॐ सावित्रे नम:' मंत्र का जाप करें।

    -कुंभ राशि के जातक जल में काले तिल और गुड़ मिलाकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दें। साथ ही 'ॐ अर्काय नम:' मंत्र का जाप करें।

    -मीन राशि के जातक जल में पीले पुष्प, अक्षत और हल्दी मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। इस समय 'ॐ भास्कराय नमः:' मंत्र का जाप करें।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'