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बुधवार विशेष: गणेश जी को 21 दूर्वा अर्पित करने का है बड़ा महत्व, मिलती है विशेष कृपा

गणेश जी को दूर्वा अर्पित करने के विधान से एक कथा जुड़ी है उस कारण ही उनको दूर्वा अर्पित किया जाता है। आइए जानते हैं उस कथा के बारे में —

By kartikey.tiwariEdited By: Published: Wed, 29 May 2019 01:35 PM (IST)Updated: Wed, 29 May 2019 01:35 PM (IST)
बुधवार विशेष: गणेश जी को 21 दूर्वा अर्पित करने का है बड़ा महत्व, मिलती है विशेष कृपा
बुधवार विशेष: गणेश जी को 21 दूर्वा अर्पित करने का है बड़ा महत्व, मिलती है विशेष कृपा

विघ्नहर्ता, लंबोदर, गजमुख, गजानन, गणपति जैसे नामों से विख्यात भगवान श्री गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा बुधवार को करने का विधान है। उनकी पूजा में 21 दूर्वा चढ़ाने का विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अगर हम पूजा के समय गणेश जी को दूर्वा अर्पित करते हैं तो वे जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्त पर उनकी विशेष कृपा रहती है। गणेश जी को दूर्वा अर्पित करने के विधान से एक कथा जुड़ी है, उस कारण ही उनको दूर्वा अर्पित किया जाता है। आइए जानते हैं उस कथा के बारे में -

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अनलासुर के आतंक से त्रस्त था संसार

एक समय पृथ्वी पर अनलासुर नामक राक्षस का आतंक था। उसके अत्याचार से हर जगह त्राही-त्राही मच गई थी। उसके अत्याचार से हर कोई दुखी था। कुछ ऋषि-मुनि अपनी इस समस्या को लेकर भगवान शिव के पास कैलास पर्वत पर पहुंचे। उन्होंने भोलेनाथ से आग्रह किया कि इस राक्षस का अंत करके हमें कष्टों से मुक्ति दिलाएं।

गणपति और अनलासुर में छिड़ा संग्राम

भगवान शिव ने उनसे कहा कि श्री गणेश आपकी समस्या का समाधान कर सकते हैं। आप सब उनके पास जाएं। भगवान शिव का आदेश पाकर सभी ऋषि-मुनि विघ्नहर्ता गणपति की शरण में पहुंचे और अपनी व्यथा उनको सुनाई। उन्होंने गणेश जी से निवेदन किया कि वे अनलासुर के अत्याचार से मुक्ति दिलाएं। उनकी बातें सुनकर गणपति ने कहा कि अब उसका अंत निकट है। इसके बाद अनलासुर और गणपति के बीच भयंकर युद्ध होता है, उसी दौरान गजानन अनलासुर को निगल लेते हैं, जिसके कारण उनके उदर में तेज जलन होने लगती है, जो असहनीय हो जाती है।

दूर्वा से दूर हुई पेट की जलन

श्री गणेश जी को उस असहनीय पीड़ा से मुक्ति दिलाने के लिए सभी उनके उपचार में लग जाते हैं। उन्हें फिर भी स्वास्थ्य लाभ नहीं होता। इसी बीच कश्यप ऋषि दूर्वा की 21 गांठ बनाकर गणपति को खाने के लिए देते हैं, जिसके खाते ही गणेश जी का स्वास्थ्य ठीक हो जाता है, उदर की जलन खत्म हो जाती है।

इस उपाय से गणेश जी बेहद प्रसन्न होते हैं और कहते हैं कि उनकी पूजा के दौरान जो भक्त दूर्वा अर्पित करेगा, उसके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे और उस पर उनकी विशेष कृपा रहेगी।

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