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    Vivah Upay: वैवाहिक जीवन में बनी रहेगी मधुरता, भगवान शिव इस रूप का करें पूजन

    By Jagran NewsEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Sat, 13 May 2023 12:15 PM (IST)

    वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहें इसके लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं। कई बार लोगों के रिश्ते टूटने की कगार पर आ जाते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में ऐसी नौबत न आए तो इसके लिए आप शिव के इस रूप का पूजन करें।

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    Vivah Upay: इन उपायों से वैवाहिक जीवन में बनी रहेगी मधुरता।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Vivah Upay: ज्योतिषीय दृष्टि से देखा जाए तो सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन उनकी आराधना करने से शुभ फल मिलता है। भगवान शिव के अर्धनारीश्वर स्वरूप की पूजा करने से पति-पत्नी के संबंध में मधुरता बनी रहती है। भगवान शिव के इस रूप की पूजा करने से वैवाहिक जीवन के सभी कलेश समाप्त होते हैं।

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    इस दिशा में स्थापित करें मूर्ति

    घर की पूर्व दिशा में भगवान शिव के अर्धनारीश्वर स्वरूप की सफेद संगमरमर से बनी प्रतिमा स्थापित करने से पति-पत्नी के संबंधों में मधुरता बनी रहती है। साथ ही अर्धनारीश्वर स्तोत्र के पाठ करने से तलाक की स्थिति टल जाती है। इसके साथ ही व्यक्ति को 'जय शिव जय शिव मैया पार्वती' का जाप करना चाहिए इससे दाम्पत्य जीवन, परिवार और संबंधों में मिठास बनी रहती है।

    इसका भोग लगाने से समस्याओं से मिलेगी मुक्ति

    सोमवार के दिन खीर और मालपुए का भगवान शिव को भोग लगाकर अगर आप दान करेंगे तो जीवन में चली आ रही अनेक समस्याओं से आपको हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाएगी। गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करने से वैवाहिक जीवन में आई खटास दूर हो जाती है। 

    महिलाएं शिवलिंग पर जरूर चढ़ाएं जल

    भगवान शिव की पूजा करने से पति-पत्नी के प्रेम संबंध अच्छे बने रहते हैं। शिवलिंग पर जल चढ़ाने से रिश्तों में मजबूती आती है। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। महिलाओं को शिवलिंग पर जल जरूर चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से स्त्रियों को पति का खूब प्यार मिलता है।

    By- Suman Saini

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'