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Tulsi Puja Niyam: तुलसी में अर्पित करें ये शुभ चीजें, खुशियों से भर जाएगा आपका घर

हिंदू धर्म माना गया है कि तुलसी के पौधे में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है। साथ ही इस पौधे को बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना जाता है। तुलसी के पौधे को घर में रखने से हमेशा सकारात्मक प्रवाह बना रहता है। ऐसे में यदि आप तुलसी के पौधे में ये चीजें अर्पित करते हैं तो इससे आपको मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Published: Wed, 15 May 2024 12:56 PM (IST)Updated: Wed, 15 May 2024 12:56 PM (IST)
Tulsi Ke Niyam in hindi तुलसी में क्या अर्पित करना चाहिए?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Tulsi Ke Niyam: हिंदू मान्यताओं के अनुसार, जिस घर में तुलसी का पौधा पाया जाता है, उसपर सदैव मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। ऐसे में यदि आप तुलसी में ये चीजें अर्पित करते हैं, तो आपको अपने जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि तुलसी में किन चीजों को अर्पित करने से साधक पर मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद बना रहता है।

बनी रहेगी सुख-शांति

तुलसी के पौधे में गाने का रस अर्पित करना बहुत ही शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि यदि प्रत्येक माह की पंचमी तिथि पर तुलसी में गन्ने का रस अर्पित किया जाए, तो इससे साधक के जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

वैवाहिक जीवन में आएंगी खुशियां

तुलसी के पौधे पर सुहाग की सामग्री जैसे लाल चुनरी, चूड़ियां, बिंदी आदि चढ़ाने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके साथ ही तुलसी जी की कृपा से वैवाहिक जीवन में भी खुशहाली बनी रहती है।

रोजाना करें ये काम

तुलसी माता की कृपा प्राप्ति के लिए रोजाना जल अर्पित करना चाहिए व शाम के समय उनके समक्ष घी का दीपक भी जरूर जलाना चाहिए। ऐसा करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा से घर में धन-धान्य की कोई कमी नहीं होती। बस इस बात का ध्यान रखें कि रविवार और एकादशी के दिन तुलसी में जल नहीं देना चाहिए।

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किस दिन डालें कच्चा दूध

माना गया है कि गुरुवार और शुक्रवार के दिन में तुलसी में कच्चा दूध अर्पित करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद आपके और आपके परिवार के ऊपर बना रहता है। इस उपाय को करने से घर से दरिद्रता भी दूर होती है।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


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