Shani Kshama Mantra: शनिवार को करें क्षमा मंत्र का उच्चारण, कर्मों का अच्छा फल मिलेगा
Shani Kshama Mantra भगवान शिव ने शनिदेव को न्याय का देवता कहा है। शनिदेव की क्रूर दृष्टि से बचने के लिए बहुत सारे उपाय किये जाते हैं। शनिदेव के प्रकोप से व्यक्ति का जीवन नर्क से भी बुरा हो जाता है।

Shani Kshama Mantra: शनिदेव को कर्म का देवता माना जाता है, जो इंसान को उनके कर्मो के अनुसार दंड देते हैं। भगवान शिव ने शनिदेव को न्याय का देवता कहा है। शनिदेव की क्रूर दृष्टि से बचने के लिए बहुत सारे उपाय किये जाते हैं। शनिदेव के प्रकोप से व्यक्ति का जीवन नर्क से भी बुरा हो जाता हैं। शनि का दण्ड शरीर, मन या आर्थिक परेशानियों के रूप में मिलता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्रायश्चित व क्षमा द्वारा हम शनि के प्रकोप से बच सकते हैं। अगर हमने किसी भी रूप में कर्म, विचार या व्यवहार से कोई भी बुरा काम किया है, तो इसके लिए न्याय के देवता शनि का ध्यान करके उनके विशेष मंत्र का उच्चारण करके क्षमा मांगना चाहिए।
क्षमा प्रार्थना का विशेष मंत्र
अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेहर्निशं मया।
दासोयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।
गतं पापं गतं दु:खं गतं दारिद्रय मेव च।
आगता: सुख-संपत्ति पुण्योहं तव दर्शनात्।।
इस मंत्र से शनि कृपा होती है। सूर्यपुत्र शनिदेव की कृपा से व्यक्ति के सारे रुके, बिगड़े और मनचाहे काम पूरे हो जाते हैं। शनिदेव की कृपा से जीवन में खुशहाली का आगमन होता है।
शनि देव के मंत्र की जाप विधि
स्नान और नित्यकर्म के कार्य सुबह-सुबह कर लेने चाहिए। पूजा करने के लिए कुश के आसन का प्रयोग करना चाहिए। शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें और उस पर नीले फूल चढ़ाएं। रूद्राक्ष की माला से मंत्र के पांच माला जप करें। शनिदेव से सुख-संपत्ति पाने के लिए प्रत्येक शनिवार को इन मंत्रों का जाप करना चाहिए।
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