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    Sawan 2022: सावन माह के हर एक सोमवार में बन रहे हैं खास संयोग, होगी भोलेनाथ की विशेष कृपा

    By Shivani SinghEdited By:
    Updated: Tue, 28 Jun 2022 09:05 AM (IST)

    Sawan 2022 14 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावण मास में 4 सावन सोमवार पड़ रहे हैं। हर एक सावन सोमवार का अपना एक महत्व है। इस साल भगवान शिव के प्रिय माह स ...और पढ़ें

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    Sawan 2022: सावन पर बन रहे हैं खास योग

    नई दिल्ली, Sawan 2022: हिंदू कैलेंडर के अनुसार पांचवें माह को श्रावण मास कहा जाता है। यह पूरा मास भगवान शिव को समर्पित होता है। इसी कारण इसे सावन मास भी कहा जाता है। इस साल भगवान भोलेनाथ का प्रिय महीना सावन 14 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त 2022 तक रहेगा। सावन मास में पड़ने वाले सावन सोमवार का भी काफी महत्व है। माना जाता है कि सावन में पड़ने वाले सोमवार में भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत करने से हर तरह की समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही महादेव की कृपा हमेशा बनी रहती है। इस साल सावन के हर एक सोमवार के दिन काफी खास संयोग बन रहा है। जानिए सावन सोमवार की तिथियां और संयोग के बारे में।

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    हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल श्रावण माह में 4 सावन सोमवार पड़ रहे हैं। हर एक सोमवार का अपना-अपना महत्व है।

    18 जुलाई 2022- पहला सावन सोमवार

    सावन मास का पहला सोमवार 18 जुलाई को पड़ रहा है। बता दें कि ये दिन श्रावण मास की पंचमी तिथि को है। इस कारण इस दिन का योग और भी अधिक बढ़ जाता है।

    25 जुलाई 2022, सावन का दूसरा सोमवार

    श्रावण माह के कृष्ण पक्ष द्वादशी तिथि को सावन का दूसरा सोमवार पड़ रहा है। इस दिन भी काफी खास संयोग बन रहा है। क्योंकि इस दिन प्रदोष व्रत पड़ रहा है जो भगवान शिव को ही समर्पित है। इसके अलावा इस दिन धुव्र योग, सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।

    1 अगस्त 2022, सावन का तीसरा सोमवार

    श्रावण माह के शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि को सावन का तीसरा सोमवार का व्रत रखा जा रहा है। इस दिन शिव योग बन रहा है। इसके अलावा सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग भी बन रहा है। वहीं सावन के तीसरे सोमवार को गणेश चतुर्थी का भी व्रत रखा जा रहा है।

    8 अगस्त 2022, सावन का चौथा सोमवार

    श्रावण शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि तो सावन का चौथा सोमवार पड़ रहा है। यह सावन का आखिरी सोमवार होगा। इस दिन एकादशी होने के कारण भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी पूजा की जाएगी। इस एकादशी को श्रावण पुत्रदा एकादशी के नाम से भी जानते हैं।

    Pic Credit- Instagram/mahadev_ka_diwana9

    डिसक्लेमर

    'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'