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    Puja Ghanti Benefits: पूजा के दौरान इसलिए बजाई जाती है घंटी, धार्मिक के साथ-साथ मिलते हैं शारीरिक लाभ

    Updated: Wed, 07 Feb 2024 05:27 PM (IST)

    हिंदू धर्म में पूजा-पाठ करना भगवान के प्रति अपनी आस्था प्रकट करने का एक बेहतर माध्यम माना गया है। मान्यताओं के अनुसार जिस घर में रोजाना विधि-विधान से भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है उस घर में सदैव सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। ऐसे में आज हम आपको पूजा के दौरान घंटी बजाने का धार्मिक महत्व बताने जा रहे हैं।

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    Puja Ghanti Benefits: पूजा के दौरान क्यों बजाई जाती है घंटी।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Puja Ghanti Niyam: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के दौरान ऐसी कई चीजें होती हैं, जिनके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। ऐसे में पूजा के दौरान घंटी भी आवश्यक रूप से बजाई जाती है। मंदिर के मुख्य द्वार घंटी लगाई जाती है तो वहीं, घर के मंदिर में छोटी घंटी का इस्तेमाल किया जाता है। घंटी की आवाज सुनने में जितनी अच्छी लगती है, इसका धार्मिक महत्व भी उतना ही है। ऐसे में आइए जानते हैं पूजा के दौरान घंटी का क्या महत्व होता है।

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    इसलिए बजाई जाती है घंटी

    मंदिर में प्रवेश करते समय घंटी बजाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मंदिर में प्रवेश करते समय घंटी बजाने से देवी-देवताओं में चेतना जागृत होती है और उनका आकर्षण अपने भक्तों की ओर बढ़ता है। इसके साथ ही घंटी की आवाज वातावरण में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और इससे आसपास मौजूद नकारात्मका का नाश होता है। जिससे वातावरण शुद्ध और शांतिमय बना रहता है। साथ ही घंटी की ध्वनि बहुत कर्णप्रिय भी होती है।

    शरीर को मिलते हैं ये लाभ

    घंटी बजाने का न केवल धार्मिक महत्व है, बल्कि यह शारीरिक दृष्टि से भी लाभकारी सिद्ध होती है। घंटी बजाने से उत्पन्न होने वाली ध्वनि व्यक्ति के शरीर के सात चक्रों को सक्रिय कर देती है। साथ ही घंटी की आवाज से मस्तिष्क को भी शांति का अनुभव होता है। साथ ही यह ध्वनि शरीर के अंदर सभी नकारात्मक विचारों और बुराइयों को दूर करने का काम करती है।

    घंटी बजाने के नियम

    घंटी बजाते समय इस बात का ध्यान रखें कि घंटी को कभी भी जोर से कभी नहीं बजाना चाहिए। इसके साथ ही लगातार भी घंटी नहीं बजानी चाहिए। केवल 2-3 बार ही घंटी बजाएं। आपने कई लोगों को मंदिर से बाहर आते समय भी घंटी बजाते देखा होगा। लेकिन ऐसा करना बिलकुल भी सही नहीं माना गया।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

    Picture Credit: Freepik