Pradosh Vrat 2025: प्रदोष व्रत पर शिव जी की पूजा में करें इन मंत्रों का जप, चमक जाएगी फूटी किस्मत
प्रदोष व्रत के दिन मुख्य रूप से भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। यह व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि पर किया जाता है इस प्रकार हर महीने में दो बार प्रदोष व्रत आता है। आप इस दिन पर भगवान शिव के 108 नामों का जप कर शुभ फलों की प्राप्ति कर सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैशाख माह का दूसरा प्रदोष व्रत शुक्रवार 9 मई को किया जाएगा। वैशाख माह के पहले प्रदोष व्रत की तरह ही यह प्रदोष व्रत भी शुक्रवार के दिन पड़ रहा है, इसलिए इसे शुक्र प्रदोष व्रत (Shukra Pradosh Vrat 2025) कहा जाएगा। इस दिन पर पूजा का मुहूर्त शाम 7 बजकर 1 मिनट से रात 9 बजकर 8 मिनट तक रहने वाला है।
भगवान शिव के 108 नाम (Shiv ji ke 108 Naam)
1. ॐ महाकाल नमः
2. ॐ भीमेश्वर नमः
3. ॐ विषधारी नमः
4. ॐ बम भोले नमः
5. ॐ विश्वनाथ नमः
6. ॐ अनादिदेव नमः
7. ॐ उमापति नमः
8. ॐ गोरापति नमः
9. ॐ गणपिता नमः
10. ॐ ओंकार स्वामी नमः
11. ॐ ओंकारेश्वर नमः
12. ॐ शंकर त्रिशूलधारी नमः
13. ॐ भोले बाबा नमः
14. ॐ शिवजी नमः
15. ॐ रुद्रनाथ नमः
16. ॐ भीमशंकर नमः
17. ॐ नटराज नमः
18. ॐ प्रलेयन्कार नमः
19. ॐ चंद्रमोली नमः
20. ॐ डमरूधारी नमः
21. ॐ चंद्रधारी नमः
22. ॐ दक्षेश्वर नमः
23. ॐ घ्रेनश्वर नमः
24. ॐ मणिमहेश नमः
25. ॐ अनादी नमः
26. ॐ अमर नमः
27. ॐ आशुतोष महाराज नमः
28. ॐ विलवकेश्वर नमः
(Picture Credit: Freepik)
यह भी पढ़ें - Mantra Jaap: इन पावरफुल मंत्रों के साथ करें दिन की शुरुआत, पूरी होगी हर मनोकामना
शुभ फलों की प्राप्ति के लिए प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल में करनी चाहिए। ऐसा करने से साधक को भगवान शिव की विशेष कृपा की प्राप्ति हो सकती है।
29. ॐ भोलेनाथ नमः
30. ॐ कैलाश पति नमः
31. ॐ भूतनाथ नमः
32. ॐ नंदराज नमः
33. ॐ नन्दी की सवारी नमः
34. ॐ ज्योतिलिंग नमः
35. ॐ मलिकार्जुन नमः
36. ॐ शम्भु नमः
37. ॐ नीलकंठ नमः
38. ॐ महाकालेश्वर नमः
39. ॐ त्रिपुरारी नमः
40. ॐ त्रिलोकनाथ नमः
41. ॐ त्रिनेत्रधारी नमः
42. ॐ बर्फानी बाबा नमः
43. ॐ लंकेश्वर नमः
44. ॐ अमरनाथ नमः
45. ॐ केदारनाथ नमः
46. ॐ मंगलेश्वर नमः
47. ॐ अर्धनारीश्वर नमः
48. ॐ नागार्जुन नमः
49. ॐ जटाधारी नमः
50. ॐ नीलेश्वर नमः
51. ॐ जगतपिता नमः
52. ॐ मृत्युन्जन नमः
53. ॐ नागधारी नमः
54. ॐ रामेश्वर नमः
55. ॐ गलसर्पमाला नमः
56. ॐ दीनानाथ नमः
57. ॐ सोमनाथ नमः
58. ॐ जोगी नमः
59. ॐ भंडारी बाबा नमः
60. ॐ बमलेहरी नमः
61. ॐ गोरीशंकर नमः
62. ॐ शिवाकांत नमः
63. ॐ महेश्वराए नमः
64. ॐ महेश नमः
65. ॐ संकटहारी नमः
66. ॐ महेश्वर नमः
67. ॐ रुंडमालाधारी नमः
68. ॐ जगपालनकर्ता नमः
69. ॐ पशुपति नमः
70. ॐ संगमेश्वर नमः
71. ॐ अचलेश्वर नमः
72. ॐ ओलोकानाथ नमः
73. ॐ आदिनाथ न
74. ॐ देवदेवेश्वर नमः
75. ॐ प्राणनाथ नमः
76. ॐ शिवम् नमः
77. ॐ महादानी नमः
78. ॐ शिवदानी नमः
79. ॐ अभयंकर नमः
80. ॐ पातालेश्वर नमः
81. ॐ धूधेश्वर नमः
82. ॐ सर्पधारी नमः
83. ॐ त्रिलोकिनरेश नमः
84. ॐ हठ योगी नमः
85. ॐ विश्लेश्वर नमः
86. ॐ नागाधिराज नमः
87. ॐ सर्वेश्वर नमः
88. ॐ उमाकांत नमः
89. ॐ बाबा चंद्रेश्वर नमः
90. ॐ त्रिकालदर्शी नमः
91. ॐ त्रिलोकी स्वामी नमः
92. ॐ महादेव नमः
93. ॐ गढ़शंकर नमः
94. ॐ मुक्तेश्वर नमः
95. ॐ नटेषर नमः
96. ॐ गिरजापति नमः
97. ॐ भद्रेश्वर नमः
98. ॐ त्रिपुनाशक नमः
99. ॐ निर्जेश्वर नमः
100. ॐ किरातेश्वर नमः
101. ॐ जागेश्वर नमः
102. ॐ अबधूतपति नमः
103. ॐ भीलपति नमः
104. ॐ जितनाथ नमः
105. ॐ वृषेश्वर नमः
106. ॐ भूतेश्वर नमः
107. ॐ बैजूनाथ नमः
108. ॐ नागेश्वर नमः
(Picture Credit: Freepik)
यह भी पढ़ें - Bhanu Saptami 2025: भानु सप्तमी व्रत से सभी कामों में मिलती है सफलता, अभी नोट करें शुभ मुहूर्त
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।