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    Pitru Paksha Shradh 2022: पितृपक्ष में कौन कर सकता है पितरों का श्राद्ध और तर्पण, जानिए

    By Shivani SinghEdited By:
    Updated: Mon, 12 Sep 2022 10:24 AM (IST)

    Pitru Paksha Shradh 2022 पितृपक्ष के दौरान पितरों को याद करते तर्पण और श्राद्ध किया जाता है। इस साल पितृपक्ष काफी शुभ माने जा रहे हैं। अगर आप भी श्राद्ध कर रहे हैं तो जान लें कि कौन पितरों का श्राद्ध और तर्पण कर सकता है।

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    Pitru Paksha Shradh 2022: पितृपक्ष में कौन कर सकता है पितरों का श्राद्ध और तर्पण, जानिए

    नई दिल्ली, Pitru Paksha Shradh 2022: पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों का तर्पण और श्राद्ध किया जाता है। माना जाता है कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो जब तक वो अगला जन्म नहीं ले लेते, तब तक वह सूक्ष्म लोक में रहते हैं। जहां से वह अपने परिवार पर कृपा बनाए रखते हैं। वहीं पितृ पक्ष के दौरान पितर धरती पर आ जाते हैं और अपने परिवार के लोगों को आशीर्वाद देते हैं। इसी कारण पितृपक्ष के दौरान पितरों का श्राद्ध और तर्पण करना शुभ माना जाता है। जानिए कौन-कौन करता सकता है पितरों का श्राद्ध  और तर्पण।

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    कौन कर सकता है पितरों का श्राद्ध  या तर्पण

    पितरों का श्राद्ध या तर्पण

    हिंदू धर्म के अनुसार, घर के मुखिया या प्रथम पुरुष अपने पितरों का श्राद्ध कर सकता है। अगर मुखिया नहीं है, तो घर का कोई अन्य पुरुष अपने पितरों को जल चढ़ा सकता है। इसके अलावा पुत्र और नाती भी तर्पण कर सकता है।

     

    पिता का श्राद्ध

    • शास्त्रों के अनुसार, पिता का श्राद्ध पुत्र को ही करना चाहिए। अगर पुत्र के न हो, तो पत्नी श्राद्ध कर सकती है। अगर पत्नी नहीं है, तो सगा भाई और उसके भी अभाव में संपिंडों को श्राद्ध करना चाहिए।
    • अगर एक से अधिक पुत्र है, तो सबसे बड़ा पुत्र श्राद्ध करता है। पुत्री का पति और पुत्री का पुत्र भी श्राद्ध के अधिकारी हैं। पुत्र के न होने पर पौत्र या प्रपौत्र भी श्राद्ध कर सकते हैं।
    • अगर किसी व्यक्ति के पुत्र, पौत्र या प्रपौत्र के न हो, तो उसकी विधवा स्त्री श्राद्ध कर सकती है।

    पत्नी का श्राद्ध

    पत्नी का श्राद्ध पुत्र करता है। अगर पुत्र नहीं है तो पौत्र, पुत्री या फिर पुत्री का पुत्र कर सकता है। इसके अलावा भतीजा कर सकता है। अगर इनमें से कोई नहीं है, तो फिर पति कर सकता है।  इसके अलावा गोद लिया पुत्र भी श्राद्ध का अधिकारी माना गया है।

    डिसक्लेमर

    इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

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