Parma Ekadashi 2023: परमा एकादशी पर इस शुभ मुहूर्त में करें श्री हरि की उपासना
Parma Ekadashi 2023 सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी व्रत के दिन भगवान श्री विष्णु की उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। इन सभी में 3 साल में एक बार रखा जाने वाला परमा एकादशी व्रत का भी विशेष महत्व है। इस दिन शुभ मुहूर्त में की गई पूजा-पाठ से विशेष लाभ प्राप्त होता है।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Parma Ekadashi 2023: प्रत्येक माह की एकादशी तिथि के दिन भगवान श्री विष्णु को समर्पित एकादशी व्रत रखा जाता है। हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एकादशी व्रत रखने से साधक को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रवण अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन परमा एकादशी व्रत रखा जाता है। यह व्रत 03 साल में एक बार रखा जाता है। मान्यता है कि पुरुषोत्तम मास में यह व्रत रखने से भगवान विष्णु सर्वाधिक प्रसन्न होते हैं और साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
परमा एकादशी व्रत 2023 तिथि अवधि
हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का शुभारंभ 11 अगस्त सुबह 05 बजकर 06 मिनट पर होगा और इस तिथि का समापन 12 अगस्त सुबह 06 बजकर 31 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में श्रावन अधिक परमा एकादशी व्रत 12 अगस्त 2023, शनिवार के दिन रखा जाएगा। बता दें कि इस दिन दो अत्यंत शुभ योग का निर्माण हो रहा है।
परमा एकादशी व्रत 2023 पूजा शुभ मुहूर्त
पंचांग में बताया गया है कि परमा एकादशी व्रत के दिन दो अत्यंत शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन हर्षण योग और मृगशिरा नक्षत्र बनेगा। हर्षण योग दोपहर 03 बजकर 30 मिनट तक रहेगा और मृगशिरा नक्षत्र सुबह 06 बजकर 02 मिनट तक रहेगा और इसके बाद आर्द्रा नक्षत्र की शुरुआत हो जाएगी। इन दोनों शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु की उपासना करने से साधक को विशेष लाभ प्राप्त होगा।
परमा एकादशी व्रत पूजा विधि
परमा एकादशी व्रत के दिन साधक सुबह जल्दी उठकर स्नान ध्यान करें और पूजा स्थल की साफ-सफाई करें। इसके बाद दीपक जलाकर व्रत का संकल्प लें और भगवान विष्णु का पंचोपचार विधि से पूजन करें। ऐसा करने के बाद एकादशी व्रत कथा का श्रवण करें और विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।
परमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की प्रतिमा पर पीले रंग के वस्त्र, चंदन, अक्षत, पीले रंग का फूल, इत्र, धूप, दीप इत्यादि जरूर अर्पित करें। साथ ही इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु को तुलसी दल जरूर चढ़ाएं और पीले रंग की मिठाई भोग स्वरूप में अर्पित करें। अंत में भगवान विष्णु की आरती के साथ पूजा संपन्न करें और प्रसाद को परिवार के सदस्यों में बांट दें।
परमा एकादशी व्रत 2023 महत्व
बता दे कि परमा एकादशी व्रत 3 साल में एक बार रखा जाता है, जिस वजह से इस व्रत का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। इस विशेष दिन पर स्नान-दान इत्यादि का भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना करने से साधक को धन-धान्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में आ रही विभिन्न प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं।
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