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    Mantra Jaap: मंत्र जाप से पहले और बाद में करें ये काम, पूरी होगी हर मनोकामना

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Sun, 09 Jul 2023 06:07 PM (IST)

    Mantra Jaap शास्त्रों के अनुसार मन को एक यंत्र में लाना ही मंत्र कहलाता है। विभिन्न प्रकार के व्यर्थ के विचारों को समाप्त करके मन में केवल एक विचार का निर्माण करना ही मंत्र का मुख्य लक्ष्य होता है। शास्त्रो में मंत्रों का जप करने से पहले और इसके कुछ नियम बताए गए हैं जिन्हें करने से इच्छा की पूर्ति होती है।

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    Mantra Jaap मंत्र जाप करने से क्या लाभ मिलता है।

    नई दिल्ली, अध्यात्म। Mantra Jaap: हिंदू धर्म में मंत्र उच्चारण का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि मंत्रोच्चारण से प्रसन्न होकर भगवान अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। आपने गौर किया होगा कि मंत्रों के जाप के बाद या किसी भी पूजा-पाठ के दौरान जल का छिड़काव किया जाता है।

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    मंत्र शुरू करने से पहले करें ये काम

    शास्त्रों में मंत्र जाप करने के बाद जल का छिड़काव करना जरूरी माना गया है। मंत्र जाप के बाद जल को स्पर्श करने की मनाही होती है। इसलिए मंत्र जाप करने से पहले अपने पास एक लोटे में शुद्ध जल और साथ में एक चम्मच जरूर रखें। मंत्र जाप करने से पहले हाथों में जल लेकर मंत्र का संकल्प लें और जल अर्पित करें। मंत्र का जाप करने से पहले भगवान का ध्यान करें।

    मंत्र जाप के समापन के बाद क्या करें

    मंत्र जाप के समापन के बाद जिस आसन पर आप बैठे हैं उसे 1 तरफ से उठाकर चम्मच से जल लेकर उस आसन के नीचे डाल दें। अब आसन से उसके ऊपर ढक दें और अपना सिर जमीन में छुआकर भगवान को प्रणाम करें। अब आसान से हटकर सबसे पहले आसन को व्यवस्थित कर सही स्थान पर रखें। अंत में आप भी उठ जाएं।

    क्यों छिड़का जाता है जल

    ऐसा माना जाता है कि हमारी पूजा देवताओं को जाती है जिससे देवताओं को बल मिलता है। ऐसे में मंत्र जाप अगर किसी इच्छापूर्ति के लिए किया गया है तो वह देवताओं को चला जाता है। किया गया मंत्र जाप मनोकामना को पूरा नहीं करता है बल्कि पुण्य काम में गिना जाता है। इसलिए मंत्र जाप के बाद आसन के नीचे जल छिड़कने का विधान बनाया गया है।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'