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    Mangla Gauri Vrat 2024: शीघ्र विवाह के लिए मां गौरी की पूजा करते समय करें इन मंत्रों का जप, मिलेगा मनचाहा वर

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Mon, 22 Jul 2024 03:52 PM (IST)

    सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने में भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही सावन सोमवार पर व्रत रखा जाता है। वहीं सावन माह के प्रत्येक मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से मंगल दोष (Mangala Gauri Vrat Importance) का प्रभाव भी कम होता है।

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    Mangala Gauri Vrat 2024: मंगला गौरी व्रत क्यों मनाया जाता है?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mangla Gauri Vrat 2024: सावन माह के प्रत्येक मंगलवार पर मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। इस दिन जगत की देवी मां पार्वती के निमित्त व्रत रखा जाता है। साथ ही विधि-विधान से भगवान शिव संग मां पार्वती की पूजा की जाती है। इस व्रत को विवाहित स्त्रियां और अविवाहित लड़कियां करती हैं। मंगला गौरी व्रत करने से अविवाहित लड़कियों की शीघ्र शादी के योग बनते हैं। वहीं, विवाहित महिलाओं के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। पंचांग के अनुसार, 22 जुलाई को सावन माह का प्रथम सोमवार है। इसके अगले दिन मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा। इस दिन कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक है। इसके बाद तृतीया तिथि शुरू होगी। अगर आपकी शादी में भी बाधा आ रही है, तो मंगला गौरी व्रत पर विधि पूर्वक भगवान शिव एवं मां पार्वती की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय इन मंत्रों का जप करें।

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    शीघ्र विवाह के मंत्र

    1. ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरूवे नम:

    2. हे गौरि शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकरप्रिया।

    मां कुरु कल्याणि कान्तकातां सुदुर्लभाम्॥

    3. ॐ कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरी।

    नन्द गोपसुतं देवि पति में कुरुते नम:।।

    4. ॐ शं शंकराय सकल जन्मार्जित पाप विध्वंस नाय पुरुषार्थ

    चतुस्टय लाभाय च पतिं मे देहि कुरु-कुरु स्वाहा ।।

    5. ॐ देवेन्द्राणि नमस्तुभ्यं देवेन्द्रप्रिय भामिनि।

    विवाहं भाग्यमारोग्यं शीघ्रं च देहि मे ।।

    6. ॐ शं शंकराय सकल जन्मार्जित पाप विध्वंस नाय

    पुरुषार्थ चतुस्टय लाभाय च पतिं मे देहि कुरु-कुरु स्वाहा ।।

    7. मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।

    मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥

    8. क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा

    9. ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा

    10. ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नमः

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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