Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Laddu Gopal: क्या घर में रख सकते हैं दो लड्डू गोपाल, यहां जाने उनकी सेवा के नियम

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Thu, 21 Dec 2023 11:14 AM (IST)

    Laddu Gopal Puja Niyam माना जाता है जिस घर में सेवा भाव के साथ लड्डू गोपाल जी की पूजा-अर्चना की जाती है। उस घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। कई लोग घर में दो-दो लड्डू गोपाल रख लेते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या ऐसा करना सही है। साथ ही जानते हैं लड्डू गोपाल जी की सेवा के जुड़े कुछ जरूरी नियम।

    Hero Image
    Laddu Gopal: क्या घर में रख सकते हैं दो लड्डू गोपाल?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Laddu Gopal Puja vidhi: लड्डू गोपाल के रूप में भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है। एक बच्चे की भांति ही उनकी सेवा की जाती है। लड्डू गोपाल जी की सेवा के जुड़े कुछ खास नियमों का ध्यान रखना भी जरूरी है, तभी पूजा का पूर्ण फल साधक को प्राप्त हो सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्या कहते हैं शास्त्र

    मान्यताओं के अनुसार घर में एक लड्डू गोपाल रखने और श्रद्धा भाव से उनकी सेवा करने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। लेकिन फिर भी यदि आप दो लड्डू गोपाल अपने घर में रखना चाहते हैं तो शास्त्रों में इसकी कोई मनाही नहीं है। ऐसे में आप अपने सामर्थ्य के अनुसार घर में एक से अधिक लड्डू गोपाल रख सकते हैं।

    इन बातों का रखें ध्यान

    अगर आपके घर में दो लड्डू गोपाल हैं तो ऐसे में दोनों लड्डू गोपाल की सेवा अलग-अलग करनी चाहिए। उनके वस्त्र यानी पोशाक भी अलग-अलग होने चाहिएं। साथ ही घर के मंदिर में यदि दो लड्डू गोपाल रख रहे हैं तो उनका भोग भी दो जगह रखें।

    तभी मिलेगा पूरा लाभ

    अपने मंदिर में दो लड्डू गोपाल रखते समय इस बात का ध्यान रखें कि दोनों लड्डू गोपाल की आकृति एक जैसी न हो, बल्कि वह अलग-अलग आकार के होने चाहिएं। तभी इसका लाभ मिलता है।

    यह भी पढ़ें - Mokshada Ekadashi 2023: मोक्षदा एकादशी पर भगवान विष्णु को लगाएं इन चीजों का भोग, शुभ फल की होगी प्राप्ति

    इस तरह लगाएं भोग

    लड्डू गोपाल जी को दिन में चार बार भोग लगाने का विधान है। इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि भोग पूरी तरह से सात्विक होना चाहिए। साथ ही लड्डू गोपाल जी के भोग में तुलसी दल भी अवश्य शामिल करें। ऐसा करने से गोपाल जी प्रसन्न होते हैं।

    WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'