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    मंगलवार के दिन इस तरह करें हनुमान जी की पूजा, कष्टों का होता है निवारण

    By Shilpa SrivastavaEdited By:
    Updated: Tue, 23 Mar 2021 07:00 AM (IST)

    आज मंगलवार है और आज के दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है। हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों के कष्ट भगवान हर लेते हैं। उनके पूजन से भक्तों को मुक्ति प्राप्त होती है। साथ ही आने वाली आपदा भी टल जाती है।

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    मंगलवार के दिन इस तरह करें हनुमान जी की पूजा, कष्टों का होता है निवारण

    आज मंगलवार है और आज के दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है। हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों के कष्ट भगवान हर लेते हैं। उनके पूजन से भक्तों को मुक्ति प्राप्त होती है। साथ ही आने वाली आपदा भी टल जाती है। इनकी पूजा करने से शनि ग्रह का प्रभाव लाभदायक हो जाता है। इनकी पूजा पूरे विधि-विधान के साथ की जानी चाहिए। तो आइए जानते हैं हनुमान जी की पू्जा मंगलवार को कैसे की जाए।

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    इस तरह करें हनुमान जी का पूजन:

    सबसे पहले सुबह उठकर स्नानादि कर लें। इसके बाद पूर्व दिशा की ओर आसन लगाएं और उस पर बैठ जाएं। फिर हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करें। इसके अलावा आप राम दरबार की तस्वीर भी लगा सकते हैं। यह उत्तम होगा। फिर हाथ में चावल, पुष्प, दूर्वा लें। इसके बाद निम्न मंत्र का उच्चारण करें। साथ ही हनुमान जी का ध्यान भी करें।

    मंत्र-

    अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं

    दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यं।

    सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं

    रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।

    हाथ में जो पुष्प व अन्य सामग्री ली हैं उन्हें हनुमान जी के समक्ष अर्पित करें। रामदरबार के समक्ष हनुमानजी का ध्यान करें। इससे भक्तों को राम कृपा प्राप्त होती है। हनुमानजी को गंध, सिंदूर, कुमकुम, चावल, फल व हार अर्पित करना चाहिए।

    हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए सुंदर कांड या फिर हनुमान चालीसा का पाठ भी करना चाहिए। इनका उच्चारण एकदम सटीक होना चाहिए। इससे व्यक्ति के कष्टों का निवारण होता है। इसके बाद केले के पत्ते पर या किसी कटोरी में पान के पत्ते के ऊपर प्रसाद रख दें। इसे हनुमान जी को अर्पित करें। प्रसाद में चूरमा, भीगे हुए चने या गुड़ आदि अर्पित करें। फिर एक थाली में कपूर एवं घी का दीप जलाएं और हनुमान जी का आरती करें।  

    डिसक्लेमर

    'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '