Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Karwa Chauth 2023: करवा चौथ के समय इन नियमों का रखें खास ख्याल, मिलेगा व्रत का पूर्ण फल

    Karva Chauth 2023 करवा चौथ हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण व्रत में से एक है। यह व्रत मुख्यतः सुहागिन महिलाओं द्वारा किया जाता है। यह व्रत एक कठिन व्रतों में से एक है क्योंकि यह व्रत निर्जला रखा जाता है। इस व्रत के दौरान कई नियमों का ध्यान रखा जाता है ताकि साधक को व्रत का पूर्ण फल प्राप्त हो सके।

    By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Wed, 18 Oct 2023 03:23 PM (IST)
    Hero Image
    Karwa Chauth 2023 करवा चौथ व्रत करने वाले इन बातों का रखें खास ध्यान।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Karwa Chauth Vrat Niyam: करवाचौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा वैवाहिक जीवन में सुख-समृद्धि और पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। कई स्थानों पर यह व्रत कुंवारी कन्याओं द्वारा भी किया जाता है। इस साल यह व्रत 01 नवंबर, बुधवार के दिन किया जाएगा। ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखा जाता जरूरी है ताकि व्रत में किसी प्रकार की बाधा न आए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    करवाचौथ पूजा विधि (Karwa Chauth Puja Vidhi)

    करवाचौथ व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होने के बाद नए वस्त्र धारण करें। इसके बाद ईश्वर का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। इसके बाद घर के मंदिर की दीवार पर गेरू से फलक बनाकर करवा का चित्र बनाएं। शाम के समय फलक वाले स्थान पर चौकी रखकर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की तस्वीर स्थापित करें।

    पूजा की थाली में दीप, सिंदूर, अक्षत, कुमकुम, रोली और मिठाई रखें और साथ में करवे में जल भरकर रखें। पूजा के दौरान माता पार्वती को 16 श्रृंगार सामग्री जरूर अर्पित करनी चाहिए। इसके बाद शिव-शक्ति और चंद्रदेव की पूजा करें। अंत में करवा चौथ व्रत की कथा सुनें। रात में चांद के निकलने के बाद छलनी के अंदर चंद्रमा को देखने के बाद चंद्रदेव की पूजा करें और अर्घ्य दें। इसके बाद पानी पीकर अपना व्रत खोलें

    इन नियमों का रखें ध्यान (Karwa Chauth Vrat Niyam)

    • करवा चौथ के दिन विवाहित महिलाओं को उनकी सांस द्वारा सरगी दी जाती है, उसे सूर्योदय से पहले ही खा लेना चाहिए
    • करवा चौथ के दिन 16 श्रृंगार जरूर करने चाहिए। क्योंकि इन्हें सुहाग का प्रतीक माना जाता है।
    • करवा चौथ के दिन काले या सफेद रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
    • करवा चौथ के पूजन के दौरान महिलाओं को अपना मुख ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) की तरफ रखना चाहिए।
    • करवाचौथ के दिन अपने बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'