Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Karwa Chauth 2022 Udyapan Vidhi: करवा चौथ व्रत का उद्यापन कैसे करें? जानिए साधारण विधि

    By Shivani SinghEdited By:
    Updated: Thu, 13 Oct 2022 09:40 AM (IST)

    Karwa Chauth 2022 Udyapan Vidhi अगर किसी कारणवश सुहागिन महिला आगे करवा चौथ का व्रत नहीं रख सकती हैं तो उसे विधिवत तरीके से उद्यापन जरूर करना चाहिए। करवी चौथ का उद्यापन आज ही किया जाता है। जानिए कैसे करें करवा चौथ के व्रत का उद्यापन।

    Hero Image
    Karwa Chauth 2022 Udyapan Vidhi: करवा चौथ व्रत का उद्यापन कैसे करें? जानिए साधारण विधि

    नई दिल्ली, Karwa Chauth 2022 Udyapan Vidhi: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु, स्वस्थ जीवन और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन महिलाएं सूर्योदय से पहले सरगी खाकर दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चंद्रमा के दर्शन, अर्घ्य करने के साथ विधिवत पूजा करने के बाद ही व्रत खोलती हैं। कई महिलाएं 16 साल तक करवा चौथ का व्रत रखती हैं, कई जीवन भर इस व्रत को रखती हैं। अगर किसी कारणवश करवा चौथ का व्रत रखने में असमर्थ हैं और उद्यापन करती हैं तो जान लें कि उद्यापन करने की सही विधि।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    करवा चौथ के दिन ही होता है उद्यापन

    करवा चौथ का उद्यापन आज ही किया जाएगा। इसके लिए 13 से 15 सुहागिन महिलाओं को घर बुलाया जाता है। इसके बाद उन्होंने सुहाग की चीजों के साथ एक सुपारी दी जाती और बिना लहसुन और प्याज का भोजन कराया जाता है। करवा चौथ को ऐसी ही सुहागन महिलाओं को बुलाएं जिन्होंने करवा चौथ का व्रत न रखा है। इसके साथ ही 13 करवा भी मांगा लें और उन्हें साफ करके मुंह के पास कलावा बांध दें।

    ऐसे करें करवा चौथ का उद्यापन

    करवा चौथ के उद्यापन के लिए आपने सुहागन स्त्रियों के लिए हलवा, पूरी, खीर, सब्जी मिठाई आदि बनवा लें। सबसे पहले भगवान गणेश को भोग लगाएं। इसके लिए  थाली तैयार कर लें।

    एक साफ सुथरी थाली लें और उसमें चार-चार पूरी और हलवा 13 अलग-अलग जगह पर रख लें। इसके बाद रोली, सिंदूर और चावल छिड़के। इसके बाद भगवान गणेश जी को विधिवत भोग लगाएं। इसके बाद माता पार्वती और शिव जी की पूजा कर लें। इसके साथ ही भूल चूक के लिए माफी मांग लें।

    अब घर आईं 13 सुहागिन स्त्रियों को विधिवत तरीके से भोजन कराएं। भोजन करना के बाद उन्होंने भेंट में साड़ी, चूड़ियां, कंगन, बिछिया, पायल, सोना-चांदी के आभूषण आदि दें। इसके साथ ही 1-1 करवा दें और पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें। इसके साथ सम्मान के साथ विदा करें।

    Pic Credit- Freepik

    डिसक्लेमर

    इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।