Kalawa Benefits: हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है कलावा, स्वास्थ्य के लिए भी है लाभदायक
Kalawa Benefits हिंदू धर्म में बताए गए नियमों या रीति-रिवाजों का विज्ञान के भी संबंध होता है। इन्हीं नियमों में से एक है पूजा के बाद हाथ में कलावा बांधने का नियम। यह न केवल धार्मिक रूप से महत्व रखता है बल्कि इसके स्वास्थ्य को लेकर भी कई लाभ हैं। आइए जानते हैं कि कलावा बांधने से क्या लाभ मिलते हैं।

नई दिल्ली, अध्यात्म। Kalawa Benefits: कलावा बांधना हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों में शामिल है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में देवी-देवताओं की पूजा करने के बाद अक्सर पंडित या पुजारी लोगों के हाथ में कलावा बांधते हैं। आइए जानते हैं कि हिंदू धर्म में कलावे का क्या महत्व रखता है।
कलावे का महत्व
ऐसा माना गया है कि कलावा बांधने से ब्रह्मा और विष्णु की रक्षा प्राप्त होती है। इसलिए कलावा को रक्षा सूत्र भी कहा जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, कलावा बांधने से ब्रह्मा, विष्णु और महेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
ये मिलते हैं लाभ
हाथ में कलावा बांधने से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसा माना जाता है कि कलावे में में देवी-देवता अप्रत्यक्ष रूप से मौजूद होते हैं। इसीलिए यदि कोई व्यक्ति आर्थिक समस्या का सामना कर रहा है तो ऐसे में कलावा बांधने से उसे लाभ मिलता है। पीले रंग का कलावा बांधने से बृहस्पति मजबूत होता है। कलावा बांधने से नजर दोष भी दूर रहता है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
कलावा बांधने का केवल धार्मिक महत्व ही नहीं है बल्कि, कलावा बांधने से व्यक्ति का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। इससे हार्ट संबंधी रोग, ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि रोगों में फायदा मिलता है। यह नसों से संबंधित क्रियाओं को नियंत्रित करता है।
कलावा बांधने के नियम
शास्त्रों में बताए गए नियमों के अनुसार, कलावा कलाई पर सिर्फ तीन बार लपेटा जाता है। ऐसा करने से त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का तीनों का आशीर्वाद मिलता है। शादीशुदा औरतों को कलावा बाएं हाथ में बांधना चाहिए। वहीं, अविवाहित कन्याओं और पुरुषों को दाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए।
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