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    Happy New Year 2023: सालभर सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए नववर्ष के पहले दिन जरूर करें ये काम

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Sat, 31 Dec 2022 05:41 PM (IST)

    Happy New Year 2023 नए साल की शुरुआत अध्यात्म और भगवान से यह प्रार्थना से की जानी चाहिए कि उनके आने वाला साल सुखद और खुशियों से भरा रहे। ऐसे में भगवान गणेश की उपासना से जातक को बहुत लाभ मिलता है।

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    Happy New Year 2023: साल के पहले दिन जरूर करें भगवान गणेश के इन मंत्रों का जाप।

    नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Happy New Year 2023, Bhagwan Ganesh Mantra: आज वर्ष 2022 का अंतिम दिन है और कुछ ही घंटों में नववर्ष 2023 प्रारंभ हो जाएगा। ऐसे में सभी लोग यह कामना कर रहे हैं कि उनके लिए आने वाला साल खुशियों से भरा रहे और नए साल में देवी-देवताओं का आशीर्वाद पूरे परिवार को निरंतर मिलता रहे। इन मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए साल के पहले दिन भगवान गणेश की उपासना को बहुत उत्तम माना जाता है।

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    शास्त्रों में भगवान गणेश को प्रथम देवता के रूप में जाना जाता है। इसलिए किसी भी मांगलिक कार्य में इनकी पूजा सर्वप्रथम की जाती है। मान्यता है कि किसी भी कार्य को करने से पहले भगवान गणेश की उपासना करने से सभी कार्य सफल हो जाते हैं। ऐसे में नए साल की शुरुआत करने से पहले भी भगवान गणेश की समक्ष शीष झुकाएं और मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करते हुए कुछ विशेष मंत्रों का जाप करें। मान्यता है कि मंत्रों का शुद्ध और श्रद्धाभाव से उच्चारण करने से सभी दुःख दूर हो जाते हैं।

    नववर्ष 2023 पर करें भगवान गणेश के इन मंत्रों का जाप (Lord Ganesh Mantra)

    * वक्रतुंड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभः ।

    निर्विघ्नम कुरू में देव, सर्वकार्येषु सर्वदा।।

    * परं धाम परं ब्रह्म परेशं परमीश्वरं, विघ्ननिघ्नकरं शांतं पुष्टं कांतमनकंतकम।

    सुरासुरेंद्रैः सिद्धेन्द्र स्तुतं स्तौमिम परात्परम, सुरपद्मदिनेशं च गणेशं मंगलाय नमः।

    * एकदंताय विद्महे, वक्रतुंडाय धीमहि, तन्नो दंते प्रचोदयात ।।

    * ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा ।।।।

    * नमामि देवं सकलार्थदं तं सुवर्णवर्णं भुजगोपवीतम्ं ।

    गजाननं भास्करमेकदन्तं लम्बोदरं वारिभावसनं च ।।

    * गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थजम्बूफलचारु भक्षणम्ं ।

    उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम् ।।

    * एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं ।

    विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम् ।।

    डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।