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Hanuman Janmotsav 2023: हनुमान जयंती पर राशि के अनुसार करें मंत्रों का जाप, जरूर मिलेगा पूजा का फल

Hanuman Janmotsav 2023 प्रत्येक वर्ष चैत्र मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन हनुमान जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर बजरंगबली की उपासना की जाती है और उनके मंत्रों का जाप किया जाता है।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraPublished: Sat, 01 Apr 2023 06:00 PM (IST)Updated: Mon, 03 Apr 2023 05:02 PM (IST)
Hanuman Janmotsav 2023: हनुमान जयंती पर राशि के अनुसार करें मंत्रों का जाप, जरूर मिलेगा पूजा का फल
Hanuman Janmotsav 2023: हनुमान जयंती पर इन मंत्रों से करें हनुमान जी की उपासना।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Hanuman Janmotsav 2023 Upay: हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन रुद्रावतार हनुमान जी का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 6 अप्रैल 2023, गुरुवार (Hanuman Jayanti 2023 Date) के दिन मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर हनुमान जी की विधिवत पूजा करने से साधकों को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

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ज्योतिष शास्त्र में भी हनुमान जयंती के संदर्भ में कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं। साथ ही कुछ ऐसे प्रभावी मंत्र भी बताए हैं, जिनका राशि के अनुसार उच्चारण करने साधकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। आइए जानते हैं हनुमान जी के कुछ विशेष मंत्र।

हनुमान जयंती पर राशि के अनुसार करें इन मंत्रों का जाप (Hanuman Janmotsav 2023 Mantra)

मेष और वृश्चिक राशि: ॐ अं अंगारकाय नमः

धनु, मीन, वृषभ और तुला राशि: ॐ हं हनुमते नम:

मिथुन और कन्या राशि: अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।

कर्क राशि: ॐ अंजनिसुताय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो मारुति प्रचोदयात्।।

सिंह राशि: ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट

मकर और कुंभ राशि: ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।।

सभी राशियां करें इस स्तोत्र का पाठ (Hanuman Janmotsav 2023 Stotra)

हनुमान जयंती के दिन सभी राशियों के जातक हनुमान चालीसा और हनमान रक्षा स्तोत्र का पाठ निश्चित रूप से करें। साथ ही हो सके तो 5 से 21 बार बजरंग बाण का पाठ करें। मान्यता है कि ऐसा करने से साधकों को सभी संकटों से मुक्ति प्राप्त हो जाती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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