Hanumaan ji Puja: महिलाएं भी कर सकती हैं हनुमान जी की पूजा, बस इन बातों का ध्यान रखना जरूरी
बजरंगबली की कृपा से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी की पूजा केवल पुरुष ही कर सकते हैं। लेकिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखा जाए तो महिलाएं भी पूजा करके बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त कर सकती हैं।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Bajrangbali Puja: हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। इस दिन बजरंगबली की पूजा करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। हनुमान की पूजा करने से दुख, रोग, संकट और विपदा दूर होती है।
किन बातों का ध्यान रखना है जरूरी
हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं, इसलिए महिलाओं को उनकी मूर्ति का स्पर्श किए बिना पूजा करनी चाहिए। बजरंगबली हर उम्र की महिला को मां समान ही मानते हैं। इसलिए महिलाओं को उनके सामने सिर भी न झुकाना चाहिए। बस उन्हें दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम करें।
महिलाएं न चढ़ाएं जल
हनुमान जी की पूजा के समय महिलाओं को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि वह हनुमान जी पर जल अर्पित न करें, और न ही उनके चरण स्पर्श करने चाहिए। अगर किसी महिला ने 9 हनुमान जी के व्रत रखने का अनुष्ठान किया हो और बीच में उसे पीरियड्स हो जाएं तो यह अनुष्ठान टूट जाता है। इसलिए महिलाओं को हनुमान जी का व्रत नहीं रखना चाहिए।
क्या अर्पित न करें महिलाएं
महिलाओं को पूजा के दौरान न ही हनुमान जी को वस्त्र चढ़ाने चाहिए और न ही सिंदूर चढ़ाना चाहिए। महिलाओं का हनुमान जी को जनेऊ अर्पित करना भी शुभ नहीं माना जाता। हनुमान जी को कुछ भी अर्पित करना है तो वह वस्तु उनकी मूर्ति के सामने रख दें।
न करें ये गलतियां
महिलाओं को पीरियड्स के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसे समय पर महिलाओं को भगवान हनुमान जी को याद भी नहीं करना चाहिए वरना भगवान नाराज हो जाते हैं। महिलाओं को बजरंग बाण का पाठ नहीं करना चाहिए।
डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।